यमुना से सटे जिलों में बाढ़ का खतरा, हजारों एकड़ फसल डूबी, 100 गांवों में घुस सकता है पानी, घर छोड़ रहे लोग
Haryana Weather Update, (आज समाज), चंडीगढ़: मौसम विभाग ने आज हरियाणा में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। पानीपत, सोनीपत, चरखी दादरी, अंबाला, यमुनानगर और कुरुक्षेत्र में सुबह से ही बारिश हो रही है। मौसम विज्ञान विभाग ने महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, मेवात और पलवल में आॅरेंज अलर्ट जारी किया हैं। इसके अलावा बाकी जिलों में भी हल्की बारिश की संभावना है। बारिश और नदियों में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन की ओर से झज्जर, हिसार के हांसी ब्लॉक के साथ 30 स्कूल, यमुनानगर के छछरौली ब्लॉक, कुरुक्षेत्र के पिहोवा व शाहाबाद ब्लॉक और फतेहाबाद के टोहाना, जाखल व भूना ब्लॉक के सभी बंद करने का फैसला लिया गया है।
पंचकूला के मोरनी ब्लॉक के सभी स्कूल बंद रहेंगे, जबकि बरवाला ब्लॉक के 44, पिंजौर के 92 और रायपुररानी के 16 स्कूलों में छुट्टी रहेगी। अंबाला के भी कुछ स्कूलों में छुट्टी की गई है। वहीं यमुनानगर स्थित यमुना के हथिनीकुंड बैराज पर सुबह 6 बजे 1 लाख 68 हजार 883 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया था। बैराज के फ्लड गेट 63 घंटे से खुले हैं।
अंबाला में जलभराव, हिसार के 180 गांव में भरा पानी, मंत्री रणबीर गंगवा की ससुराल में भी जलभराव
अंबाला में मंगलवार देर रात से बरसात चल रही है। सड़कों पर जलभराव होने की वजह से कई स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई। सड़कों पर जलभराव होने से जनजीवन पर असर पड़ रहा है। हिसार में अब तक 7 ड्रेनें टूट चुकी हैं और कुछ और टूटने के कगार पर हैं। 180 गांव पानी में डूब गए हैं। मंत्री रणबीर गंगवा की ससुराल आर्यनगर में भी घुटनों तक पानी खड़ा है।
भिवानी में 7600 एकड़ भूमि जलमग्न, कुरुक्षेत्र में 18 गांव प्रभावित
भिवानी के समाण-धमाना ड्रेन, बजीना माइनर, भुरटाना माइनर, बास मल्टीपर्पस ड्रेन टूटने से 7600 एकड़ भूमि जलमग्न हो गई। जिले में 25 से ज्यादा गांवों में जलभराव है। कुरुक्षेत्र के शाहाबाद मारकंडा में पानी की मात्रा 29778 क्यूसेक दर्ज की गई है। हालांकि, 25 हजार क्यूसेक बहाव खतरे का निशान माना जाता है। अभी तक जलभराव से शाहाबाद, पिहोवा, इस्माईलाबाद के 18 गांव प्रभावित हैं। कलसाना गांव का पावन हाउस पानी में डूब गया। पट्टी जामड़ा के करीब 200 लोगों को परमाकंर्डेश्वर मंदिर में शिफ्ट किया गया है।
यमुना से सटे 6 जिलों में बाढ़ का खतरा
उत्तराखंड के यमुनोत्री से निकलने वाली यमुना नदी उफान पर है। हरियाणा के यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद और पलवल को अपनी चपेट में ले रही है। हथिनीकुंड बैराज से लगातार लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने का असर 6 जिलों के करीब 100 गांवों और खेतों पर साफ दिखाई दे रहा है।
कहीं हजारों एकड़ में खड़ी फसल डूब गई है, तो कहीं मिट्टी के कट्टों और जेसीबी मशीनों के सहारे पानी को गांवों में घुसने से रोका जा रहा है। प्रशासन का दावा है कि हालात काबू में हैं, लेकिन जिन किसानों की जमीन और फसल यमुना में समा गई है। फरीदाबाद में 1500, पलवल में 5000, यमुनानगर में 150 और सोनीपत में 200 एकड़ फसल पानी में डूब चुकी है।
हिसार में 3 की मौत
हिसार में मंगलवार को हुए दर्दनाक हादसे में बाइक सवार चाचा-भतीजे और उनके एक साथी की मौत हो गई। तीनों राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में स्थित गोगामेड़ी से दर्शन करके लौट रहे थे। जैसे ही तीनों हिसार पहुंचे, उन पर 11 हजार वोल्ट की लाइन का तार टूट कर गिर गया। तीनों की मौके पर ही तड़प-तड़प कर मौत हो गई। आसपास के लोगों ने तुरंत पावर हाउस को सूचना दी, लेकिन आधे घंटे तक सप्लाई बंद नहीं की गई।
करंट लगने का खतरा देखते हुए ही लोग तुरंत उनकी मदद नहीं कर सके। इसी वजह से युवकों की जान चली गई। सदर थाना पुलिस ने बिजली निगम के कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतकों की पहचान सुलखनी गांव के रहने वाले बंटी, संदलाना गांव के राजकुमार उर्फ राजू और अमित के रूप में हुई है।
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