16 दिन चलने वाली यात्रा का आगाज सासाराम से होगा, एक सितंबर को पटना में होगी समाप्त

Matdata Adhikar Yatra (आज समाज), नई दिल्ली : कांग्रेस नेता और लोकसभा के नेत प्रतिपक्ष आज से नई यात्रा का आगाज करने जा रहे हैं। यह यात्रा मतदाता अधिकार यात्रा के नाम से बिहार में 1300 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी न केवल पैदल यात्रा से लोगों को वोट के अधिकार के प्रति जागरूक करेंगे बल्कि वह एनडीए की जन विरोधी नीतियों पर भी प्रहार करेंगे। ज्ञात रहे कि संसद के मानसून सत्र में एसआईआर और वोट चोरी के मुद्दों पर खूब हंगामा हुआ था। इसके बाद कांग्रेस नेता ने बिहार में पैदल यात्रा निकालने का मन बनाया। राहुल गांधी इस यात्रा के दौरान न केवल लोगों के करीब आएंगे बल्कि वे उनके दुख दर्द से भी वाकिफ होंगे।

राहुल के साथ होंगे तेजस्वी यादव

इस यात्रा के दौरान लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राजद के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव इस यात्रा का नेतृत्व करेंगे। 16 दिन तक चलने वाली यह यात्रा 25 जिलों से गुजरते हुए कुल 1300 किलोमीटर की दूरी तय करेंगी और एक सितंबर को पटना में समाप्त होगी। इस दौरान विपक्षी इंडिया गठबंधन के सभी बड़े नेता एक मंच पर नजर आएंगे। महागठबंधन ने इसे लोकतंत्र और मताधिकार की सुरक्षा की लड़ाई बताया है।

इस तरह होगा यात्रा का रूट

यात्रा का पहला चरण सासाराम से औरंगाबाद, गया, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, जमुई होते हुए लखीसराय और मुंगेर तक पहुंचेगा। इसके बाद यह भागलपुर से कटिहार, पूर्णिया, अररिया, सुपौल, मधुबनी और दरभंगा होते हुए उत्तर बिहार के जिलों से गुजरेगी। अंतिम चरण में यात्रा मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी, मोतिहारी, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सीवान, छपरा और आरा होते हुए पटना में विशाल रैली के साथ खत्म होगी।

कांग्रेस ने दावा किया कि आज दलित, वंचित, पीड़ित, शोषित, अल्पसंख्यक से वोट देने का अधिकार छीना जा रहा है, कल उनकी भागीदारी छीनी जाएगी। उन्होंने कहा, निर्वाचन आयोग इस डबल इंजन का एक डब्बा बनकर रह जाए, ये हमें स्वीकार नहीं होगा। हम इसे लेकर संघर्ष कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे।

एसआईआर पर चुनाव आयोग कर सकता है प्रेसवार्ता

एक तरफ जहां राहुल गांधी आज से बिहार में वोटर अधिकार यात्रा शुरू करने जा रहे हैं वहीं चुनाव आयोग ने आज नेशनल मीडिया सेंटर में एक प्रेस वार्ता बुलाई है। इसे लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि आयोग बिहार में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर विपक्षी दलों के लगातार विरोध का सिलसिलेवार ढंग से जवाब दे सकता है। बिहार एसआईआर प्रक्रिया शुरू होने के बाद चुनाव आयोग की यह पहली प्रेस वार्ता है। आपको बता दें कि चुनाव आयोग के इतिहास में यह संभवत: पहला मौका होगा, जब उसने बिना किसी विधायी कार्य के प्रेस वार्ता बुलाई है।

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