वर्ष 2015-16 के बाद भाखड़ा नहर के संचालन और मरम्मत कार्यों के लिए पंजाब को हरियाणा की ओर से नहीं किया गया कोई भुगतान
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: पंजाब-हरियाणा में भाखड़ा नहर के पानी को लेकर जारी विवाद के बीच एक ओर संकट खड़ा हो गया है। पंजाब सरकार ने भाखड़ा नहर के संचालन और रखरखाव से जुड़े बकाया खर्च के लिए हरियाणा को 113.24 करोड़ रुपए का बिल भेजा है।

पंजाब के जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव कृष्ण कुमार ने हरियाणा के सिंचाई विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को पत्र लिखकर बकाया राशि के भुगतान करने के लिए कहा है। पंजाब की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि भाखड़ा मेन लाइन केनाल डिवीजन पटियाला के 103.92 करोड़ और मानसा केनाल डिवीजन जवाहरके के 9.32 करोड़ रुपए बकाया है। पंजाब के हिस्से से ही भाखड़ा नहर के मरम्मत कार्यों व संचालन का पैसा खर्च होता रहा है।

पंजाब सरकार की आंतरिक आॅडिट रिपोर्ट में हुआ खुलासा

पंजाब सरकार की आंतरिक आॅडिट रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। साल 2023-24 में हरियाणा पर कर्मचारियों के वेतन और कार्यालय खर्च के 22.20 करोड़ रुपये बकाया हैं। वर्ष 1990 से 2023-24 तक कुल 318.34 करोड़ रुपये की राशि तनख्वाह व प्रशासनिक रूप में हरियाणा की देनदारी बनती है।
हरियाणा ने वर्ष 2015-16 के बाद भाखड़ा नहर के संचालन और मरम्मत कार्यों के लिए पंजाब को कोई भुगतान नहीं किया है।

राजस्थान सरकार हर साल 8 से 9.5 करोड़ रुपए का कर रही भुगतान

2016-17 से पहले पंजाब जल संसाधन विभाग नियमित रूप से इन खर्चों का लेखा-जोखा रखता था लेकिन इसके बाद लापरवाही बरती गई। जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव कृष्ण कुमार के ध्यान में मामला आने के बाद उन्होंने आंतरिक आॅडिट के आदेश दिए, जिसमें यह बड़ी चूक सामने आई। राजस्थान सरकार पंजाब को भाखड़ा और बीकानेर नहर के बदले हर साल 8 से 9.5 करोड़ रुपए भेजती रही है।

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