पिछले साल धान स्टॉक रखने के लिए जगह न मिलने पर हुई थी परेशानी, 190 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद का सरकार का लक्ष्य

Punjab News (आज समाज), चंडीगढ़ : पंजाब सरकार ने इस साल के धान खरीद सीजन के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। ज्ञात रहे कि प्रदेश में धान खरीद सीजन हर साल एक अक्टूबर से शुरू होता है और यह 15 नवंबर तक चलता है। धान के खरीद सीजन को सुचारू और निर्विघ्न खरीद यकीनी बनाने के लिए तैयार रहने के निर्देश देते हुए विभाग के मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने 15 सितंबर तक सभी जरूरी प्रबंध और व्यवस्थाएं मुकम्मल करने के लिए कहा है।

दो माह तक अधिकारियों की छुट्टी रहेगी बंद

अनाज भवन में एक समीक्षा मीटिंग के दौरान खरीद प्रबंधों का जायजा लेते हुये मंत्री ने आगे निर्देश दिए कि 15 सितंबर से 15 नवंबर तक विभाग का कोई भी अधिकारी छुट्टी पर न जाए। मंत्री को बताया गया कि 190 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद के लिए जंगी स्तर पर तैयारियाँ की जा रही हैं और भंडारण के लिए और जगह तैयार करने के लिए, धान की ढुलाई सम्बन्धी अक्तूबर 2024 से जून 2025 तक 68 लाख मीट्रिक टन चावल राज्य से बाहर भेजा जा चुका है। इसके इलावा अगस्त 2025 से जून 2026 तक लगभग 82.5 लाख मीट्रिक टन चावल 7.5 लाख मीट्रिक टन प्रति महीने की दर के साथ बाहर भेजा जायेगा।

कस्टम मिलिंग पॉलिसी का मसौदा जल्द होगा तैयार

मंत्री के ध्यान में यह भी लाया गया कि साल 2025- 26 के लिए कस्टम मिलिंग पालिसी का मसौदा इस महीने के अंदर तैयार होने की संभावना है। इसके इलावा लेबर और कारटेज पालिसी 2024 के साथ-साथ फूडग्रेन ट्रांसपोर्टेशन पालिसी 2024 को 30 सितम्बर, 2025 तक बढ़ा दिया गया है जिससे धान के खरीद सीजन को सफल बनाया जा सके। गुणवत्ता के पहलूओं के बारे मंत्री को अवगत करवाया गया कि नेशनल ऐक्रीडेशन बोर्ड फार टेस्टिंग एंड कैलीब्रेशन लैबोरेटरियाँ (ऐनएबीऐल) द्वारा मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाएं एफसीआइ के नियमों अनुसार अनाज की रसायनिक जांच कर रही हैं।

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