- पानी निकासी को दें प्राथमिकता, पारदर्शिता के साथ तैयार करें खराबा रिपोर्ट: धर्मबीर सिंह
Charkhi Dadri News(आज समाज नेटवर्क )चरखी दादरी। सरकार की ओर से बारिश के कारण हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी। अधिकारी ध्यान रखें कि नुकसान की रिपोर्ट में किसी भी स्तर पर शिकायत ना आए। दादरी शहर और ग्रामीण क्षेत्र में जल भराव की समस्या के स्थाई और अस्थाई समाधान को लेकर तुरंत योजना तैयार करें। गांव में फिरनी पर बांध बनाकर पक्की फिरनी करने की संभावना को भी तलाशें। जिला के ड्रेन निर्माण की योजना पर भी काम किया जाए। प्रशासन के अधिकारी इस प्रकार से काम करें कि भविष्य में जल भराव की समस्या ना हो।
नागरिक, पशु व किसान सहित फसलों को भी नुकसान हुआ है
लोकसभा सांसद चौ धर्मबीर सिंह ने दादरी में जल भराव की समीक्षा करते हुए ये आदेश दिए हैं। उन्होंने बैठक के दौरान कहा कि अबकी आर आई भारी बारिश के कारण कई प्रदेशों में जीवन अस्त व्यस्त हुआ और इसके कारण जान माल की हानि भी हुई है। नागरिक, पशु व किसान सहित फसलों को भी नुकसान हुआ है। हालत ये है कि अगली बार की फसल की बुआई होना भी मुश्किल है। उन्होंने कहा कि अब कुदरती बदलाव भी नजर आने लगा है, जिसके चलते भविष्य में भी तेज बारिश से इंकार नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि दादरी शहर और जिला के कई गांवों भी बारिश के कारण प्रभावित हुए हैं। पूरे जिला में जल भराव की समस्या का स्थाई समाधान करना बेहद जरूरी है। लेकिन फिलहाल के लिए पानी निकासी को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि सिंचाई, पंचायत, राजस्व, जन स्वास्थ्य सहित सभी संबंधित विभाग दादरी शहर के प्रभावित वार्ड और प्रभावित गांव अुनसार रिपोर्ट तैयार करें, जिसमें पानी निकासी के स्थाई समाधान के लिए योजना प्रस्तावित हो। ड्रेन निर्माण को भी प्रस्ताव में शामिल करें। साथ ही प्रभावित गांवों कह फिरनी पर बांध बनाकर उसे पक्का करने की संभावना को भी तलाशे।
सांसद ने पंचायत विभाग को निर्देश दिए कि वे तुरंत एक प्रस्ताव बनाएं, जिसमें 10 जेसीबी और एक पोकलैंड मशीन सहित अन्य उपकरणों की खरीद हो।
सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की जनता के प्रति जवाबदेही है और उन्हें सरकार की मंशा के अनुरूप लोगों की भलाई के लिए कार्य करने है
इन उपकरणों के माध्यम से जिला के सभी गांवों के तालाबों की सफाई करवाई जाए। उन्होंने कहा कि कई गांवों में खेतों आदि के रास्ते नीचे हैं, जहां पानी भर जाता है। तालाब की सफाई के दौरान निकलने वाली मिट्टी से इन रास्तों को दुरुस्त किया जाए। तालाब सफाई और मिट्टी ढुलाई के डिजल के खर्चें को ग्राम पंचायत वहन करेगी। संबंधित अधिकारी ऐसे सभी तालाबों की रिपोर्ट भी तुरंत तैयार करें।उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार की ओर से बारिश के कारण फसल व अन्य तरह के नुकसान की भरपाई की जानी है। इसके लिए लोग ने विभिन्न माध्यमों से आवेदन कर रहे हैं। जिसकी वेरिफीकेशन अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ओर से की जानी है। ऐसे में विशेष ध्यान रहे कि वेरिफीकेशन को लेकर किसी भी स्तर पर शिकायत ना आए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की जनता के प्रति जवाबदेही है और उन्हें सरकार की मंशा के अनुरूप लोगों की भलाई के लिए कार्य करने है।
उपायुक्त डा. मुनीष नागपाल ने बताया कि जिला में स्थिति सामान्य है और प्रशासन की ओर से जल भराव पर लगातार नजर रखी जा रही है। सभी अधिकारियों को जिला मुख्यालय नहीं छोडने के आदेश दिए हुए हैं। दादरी शहर के अंदर जल भराव की समस्या नहीं है। लेकिन जिला के 50 के करीब गांवों के खेतों में जल भराव हुआ है। सिंचाई विभाग की ओर से 258 पंपों की सहायता से पानी निकासी की जा रही है। हर रोज लगभग 460 क्यूसिक पानी निकाला जा रहा है।
बैठक में नगर परिषद चेयरमैन बक्शीराम सैनी, एसडीएम दादरी योगेश सैनी, सीईओ जिला परिषद डा विरेन्द्र सिंह, एसडीएम बाढड़ा आशीष सांगवान, सीटीएम प्रीति रावत सहित विभिन्न विभागों अधिकारी मौजूद रहे।