PPF vs SIP : क्या आप भी करना चाहते है ऐसे फण्ड से निवेश जिससे मिल सके उचित मात्रा में रिटर्न। आज के समय में लाखो लोग म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करते है और अपना पैसा SIP में निवेश करते है परन्तु इसमें जोखिम भी होता है इसके इलावा PPF सुरक्षित और निश्चित रिटर्न के लिए अच्छा विकल्प माना जाता है। SIP और PPF में कौनसा विकल्प बेहतर है इसके लिए अपनी निवेश अवधि, वित्तीय लक्ष्य और जोखिम को समझना जरूरी है।

PPF बनाम म्यूचुअल फंड SIP

PPF एक सरकारी योजना है जो सुरक्षित और स्थिर रिटर्न देती है। वहीं म्यूचुअल फंड के SIP (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) PPF से ज्यादा रिटर्न दे सकते हैं, लेकिन वे बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित होते हैं। PPF में निवेश करने पर 15 साल का लॉक-इन पीरियड होता है, यानी आप 15 साल तक अपना पैसा नहीं निकाल सकते।

वहीं म्यूचुअल फंड में आपको लंबी अवधि का नजरिया रखना होता है, क्योंकि इसमें बाजार का जोखिम होता है। हालांकि, SIP के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना आसान है। SIP आपको म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक तरीका देता है, जिससे आप सीधे बाजार से जुड़े बिना अपने पैसे को अलग-अलग डेट और इक्विटी इंस्ट्रूमेंट में निवेश कर सकते हैं।

PPF में निवेश करने पर आपको सेक्शन 80C के तहत टैक्स में छूट

जबकि PPF पूरी तरह से टैक्स-फ्री है, म्यूचुअल फंड से अर्जित लाभ पर टैक्स लगता है। आयकर अधिनियम 1961 में निर्धारित अनुसार इस पर लॉन्ग-टर्म और शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगाया जा सकता है। PPF में निवेश करने पर आपको सेक्शन 80C के तहत टैक्स में छूट मिलती है, जो इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाता है।

आप एक साल में PPF में 500 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं और इसका मौजूदा रिटर्न 7.1% सालाना है। वहीं, म्यूचुअल फंड में निवेश की कोई सीमा नहीं है और इसका रिटर्न बाजार की स्थितियों के हिसाब से बदल सकता है।

15 साल के लिए 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष: निवेश तुलना

अगर आप 15 साल के लिए हर साल 1.5 लाख रुपये निवेश करना चाहते हैं, तो आइए देखें कि पीपीएफ और म्यूचुअल फंड एसआईपी में से कौन सा विकल्प आपको ज़्यादा रिटर्न दे सकता है: –

पीपीएफ गणना (पब्लिक प्रोविडेंट फंड):

अवधि: 15 साल

राशि: 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष

रिटर्न: 7.1% प्रति वर्ष (सरकार द्वारा परिवर्तन के अधीन)

कुल निवेश: 22.5 लाख रुपये (1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष × 15 साल)

ब्याज: 16.95 लाख रुपये

अंतिम राशि (कॉर्पस): 39.45 लाख रुपये

म्यूचुअल फंड (म्यूचुअल फंड एसआईपी):

अवधि: 15 साल

राशि: 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष

रिटर्न: 12% प्रति वर्ष (मान लें)

कुल निवेश: 22.5 लाख रुपये

रिटर्न: 36.99 लाख रुपये

अंतिम राशि (कॉर्पस): 59.49 लाख रुपये.

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