कहा, झूठे वादे करके 27 साल बाद सत्ता में लोटी भाजपा की खुली पोल

Delhi News Today (आज समाज), नई दिल्ली। एक तरफ जहां दिल्ली भाजपा नेता अपनी प्रदेश सरकार के 100 दिन का कार्यकाल पूरा करने के उपलक्ष्य में सरकार की उपलब्धियां लोगों तक पहुंचा रहे हैं। वहीं दिल्ली कांग्रेस प्रदेश सरकार पर लगातार तंज कस रही है। इसी बीच दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि पुरानी दिल्ली, चांदनी चैक, सीलमपुर, करोल बाग, मुस्तफाबाद सहित दिल्ली भर की अनाधिकृत कालोनियों, झुग्गी बस्तियों, पुनर्वास कालोनियों में घरों के बाहर लटके बिजली तारों के मकड़ जाल, जो कभी भी किसी भी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं।

उनको व्यवस्थित करने में भाजपा की दिल्ली सरकार भी पिछली सरकार की तरह निष्क्रिय साबित हो चुकी है, जबकि मुख्यमंत्री ने बजट में बिजली तारों के जालों से निजात दिलाने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों कालकाजी में 9 वर्ष के लड़के की मौत स्ट्रीट लाईट पोल छूने से पार्क में खेलते हुए हुई।

भाजपा का फोकस केवल घोषणा करने पर

देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली सरकार ने अग्नि शमन सुरक्षा, उच्च जोखिम वाले भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सुधार करने के लिए 100 करोड़ के बजट का ऐलान किया है लेकिन आम आदमी पार्टी द्वारा दिल्ली की बर्बाद करने के बाद भी भाजपा की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सरकार दिल्ली को व्यवस्थित करने की बजाय सिर्फ घोषणाएं कर रही है। उन्होंने कहा कि तारों के जाल से मुक्ति का वादा करके 100 करोड़ के बजट का ऐलान तो कर दिया परंतु 2 महीने बीतने के बावजूद थी इस योजना पर कोई काम शुरू नही हुआ है।

यादव ने कहा कि रेखा गुप्ता द्वारा तारों के जाल से मुक्ति की घोषणा कोई नई नही है, इससे पहले भी आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने बिजली की खुली लटकी तारों से मुक्ति दिलाकर अंडरग्राउंड तारे बिछाने का दावा किया था। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को दिल्ली की जनता को सुरक्षित रखने के लिए तारों के जालों से मुक्ति की योजना पर तुरंत प्रभाव से काम शुरू करना चाहिए।

लगातार बढ़ रहा अपराध का ग्राफ

कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा सरकार यह शोर मचा रही है कि दिल्ली में भाजपा की ट्रिपल इंजन सरकार है लेकिन यह केवल कागजों तक ही सीमित है। हकीकत यह है कि दिल्ली में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। हर रोज हत्या, बलात्कार व चोरी, लूट की वारदात आम हो चुकी है। परिणाम यह है कि हर कोई आज डर के साये में जीने को मजबूर हो रहा है।