आज समाज, नई दिल्ली: Panchayat Season 5: रघुबीर यादव, नीना गुप्ता, जितेंद्र, संविका और अन्य दमदार कलाकारों से सजी वेब सीरीज ‘पंचायत 4’ ने रिलीज होते ही तहलका मचा दिया है। अमेजन प्राइम की इस सुपरहिट सीरीज को दर्शकों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिली हैं, लेकिन एक बात तो तय है- इस सीजन में राजनीतिक उथल-पुथल के साथ रोमांस और इमोशन्स का भी बेहतरीन तड़का लगाया गया है। इसमें कई ट्विस्ट आए, खासकर सचिव जी और रिंकी के बीच पनपते प्यार ने सभी का ध्यान खींचा।

अब दोनों अपने रिश्ते के भविष्य को लेकर थोड़े चिंतित नजर आ रहे हैं। सबसे बड़ा झटका तब लगा जब भूषण कुमार अपनी पत्नी क्रांति देवी को प्रधानी का चुनाव जिताने में सफल हो गए। लोगों को उम्मीद है कि अब फुलेरा गांव में पक्की सड़कें बनेंगी, लेकिन क्लाइमेक्स ने दर्शकों को कुछ ऐसे सवालों में उलझा दिया है, जिनके जवाब शायद ‘पंचायत 5’ में ही मिलेंगे।

‘पंचायत 4’ के आखिर में क्या हुआ और कौन से सवाल रह गए?

‘पंचायत 4’ की शुरुआत प्रधानी चुनाव से होती है, जिसमें हमें रिंकी और सचिव जी का परवान चढ़ता रोमांस, प्रहलाद चा पर लगे आरोप और सचिव जी की एमबीए परीक्षा का रिजल्ट देखने को मिला। सीरीज ने कुछ सवालों के जवाब दिए, लेकिन कुछ नए सवाल भी छोड़ गए। एक सवाल जो पूरे सीजन में घूमता रहा, वो ये कि मंजू देवी (नीना गुप्ता) के पति प्रधान जी को किसने गोली मारी? तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ सवालों के बारे में, जिनके जवाब आपको ‘पंचायत 5’ में मिल सकते हैं।

सचिव का भविष्य: फुलेरा या आईआईएम?

अभिषेक त्रिपाठी यानी हमारे सचिव ने एमबीए की परीक्षा दी है और उनका रिजल्ट भी आ गया है, जिसमें उन्हें 97 पर्सेंटाइल मिले हैं! आईआईएम की परीक्षा पास करने की खुशी उनके चेहरे पर साफ दिखाई दे रही है। अब उनके सामने सबसे बड़ी दुविधा ये है कि आगे क्या करें? उनका फंडा साफ है कि अगर प्रधान जी (रघुबीर यादव) चुनाव जीत गए तो यहीं रहेंगे, नहीं तो इस्तीफा देकर आगे बढ़ जाएंगे।

लेकिन, सवाल यह है कि राजनीतिक उठापटक में क्रांति देवी चुनाव जीत गई हैं तो अब सचिव का क्या होगा? क्या वे अपनी कुर्सी छोड़ेंगे? अगर छोड़ेंगे तो उनके विकास का क्या होगा? अब सचिव अपने भविष्य को लेकर क्या फैसला लेते हैं, यह तो वक्त ही बताएगा, क्योंकि अभी तो उन्होंने सिर्फ लिखित परीक्षा ही पास की है, इंटरव्यू और जीडी बाकी है। देखते हैं आगे क्या होता है।

सत्ता परिवर्तन के बाद फुलेरा का हाल

इस बार ‘पंचायत 4’ पूरी तरह राजनीति के इर्द-गिर्द ही घूमती रही। सबसे बड़ा परिवर्तन सत्ता में हुआ है, क्योंकि मंजू देवी (नीना गुप्ता) चुनाव हार गई हैं और क्रांति देवी और भूषण कुमार प्रधानी का चुनाव जीत गए हैं। चुनाव जीतते ही पंचायत भवन पर क्रांति देवी का नाम भी लिख दिया गया है।

अब सवाल यह है कि क्रांति देवी फुलेरा गांव के लिए क्या करती हैं, क्या वह लोगों की उम्मीदों पर खरी उतरती हैं? उनके चरित्र से ऐसा नहीं लगता कि भूषण कुमार और क्रांति देवी फुलेरा गांव के लिए कुछ अच्छा करेंगे, उनके चरित्र से सिर्फ लालच की बू आती है। ऐसे में देखना होगा कि वह प्रधान जी बृजभूषण (रघुबीर यादव) से बेहतर काम करती हैं या कुछ नया होता है?

प्रधान जी को किसने मारी गोली?

पंचायत 4 में सबसे चर्चित सवाल यह था कि प्रधान जी बृजभूषण (रघुबीर यादव) को किसने मारी गोली? इसमें विधायक के नाम पर एफआईआर भी दर्ज होती है, लेकिन बाद में केस वापस ले लिया जाता है, फिर भी इस सवाल का जवाब नहीं मिल पाता कि उन्हें किसने मारी गोली? यह सवाल भी बार-बार उठता रहता है कि क्या चुनाव के चलते उन्होंने खुद को गोली मारी? अब इसका जवाब भी ‘पंचायत 5’ में ही मिल सकता है।

क्या प्रहलाद चा विधायक बनेंगे?

पंचायत’ के सीजन 4 में सांसद प्रहलाद चा को विधायक पद के लिए चुनाव लड़ने का ऑफर देते हैं। वह पंचायत चुनाव नहीं लड़ते, लेकिन जब सांसद उन्हें विधायक पद के लिए चुनाव लड़ने का ऑफर देते हैं, तो प्रधान जी खुश हो जाते हैं। सांसद उन्हें अपने शहीद बेटे के नाम पर विधायक का चुनाव लड़ने का ऑफर देते हैं, जिसे प्रधान जी, विकास और सचिव जी के आग्रह पर प्रहलाद चा स्वीकार कर लेते हैं, लेकिन वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते। ऐसे में देखना यह है कि फुलेरा से प्रधान पद हारने के बाद क्या प्रहलाद चा विधायक पद के लिए चुनाव लड़ेंगे? अगर वह चुनाव लड़ते हैं, तो प्रहलाद चा फिर से रघुबीर यादव से ज्यादा मजबूत किरदार होंगे।

बांरकास का अगला कदम?

पंचायत 4’ की आने वाली सीरीज में बांरकास उर्फ ​​भूषण कुमार (दुर्गेश कुमार) की क्या भूमिका होने वाली है? उनकी पत्नी क्रांति देवी फुलेरा गांव से प्रधान का चुनाव जीत गई हैं। ऐसे में देखना यह है कि इसमें उनकी क्या भूमिका होती है? क्या वह बृजभूषण की तरह अपनी पत्नी की शक्तियों का इस्तेमाल करता है या फिर कुछ नया करता है?

सचिव जी और रिंकी का प्यार: आगे क्या?

और आखिर में आता है सचिव जी और रिंकी का प्यार। ‘पंचायत 4’ में दोनों का प्यार आगे बढ़ता है, लेकिन सवाल यह है कि यह कितना आगे बढ़ता है? इसकी वजह यह है कि अगर अभिषेक यानी सचिव जी एमबीए कर लेते हैं, तो वह आईआईएम में चले जाएंगे, तो रिंकी (संविका) का क्या होगा?

दूसरी तरफ, पिता के चुनाव हारने के बाद रिंकी का बिजनेस है, इसलिए उसका अभी शहर जाने का कोई इरादा नहीं है। ऐसे में देखना होगा कि दोनों का प्यार कितना आगे बढ़ता है। इसके साथ ही एक सवाल यह भी उठता है कि चुनाव हारने के बाद मंजू देवी और बृजभूषण क्या करेंगे? क्या वे भूषण कुमार की राह में रोड़ा बनेंगे या कुछ और होगा?

‘पंचायत 4’ को भले ही ठीक-ठाक रिव्यू मिले हों, लेकिन इसका क्लाइमेक्स ‘पंचायत 5’ के लिए एक्साइटमेंट बढ़ाने का काम करता है, जो मन में कई सवाल छोड़ जाता है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि वेब सीरीज के अगले सीजन में क्या नया देखने को मिलता है। साथ ही यह भी देखना होगा कि यह दर्शकों की उम्मीदों पर कितना खरा उतरता है।