आज समाज, नई दिल्ली: Panchayat Season 4 Trailer Out: आप भी हमारी तरह ‘पंचायत’ वेब सीरीज के फैन हैं, है न? खैर, ‘पंचायत’ ने इन दिनों दिल में ऐसी जगह बना ली है जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते! जब से इसके तीन शानदार सीजन आए हैं, तब से दर्शक ‘पंचायत सीजन 4’ का बेसब्री से इंतजार कर रहे है और यह इंतजार 24 जून, 2025 को Amazon Prime Video पर खत्म होने जा रहा है।
है न दिलचस्प खबर? लेकिन क्या आप जानते हैं, कई लोग ‘पंचायत’ को पुराने जमाने के एक सुपर-डुपर हिट टीवी शो की नई कहानी मानते हैं? जी हां, हम बात कर रहे हैं 80 के दशक के मशहूर शो शंकर नाग के ‘मालगुडी डेज’ की, जो आर.के. नारायण की कहानियों पर आधारित था। अब आप सोच रहे होंगे कि इन दोनों में क्या समानता है? तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि ‘पंचायत’ देखने से ‘मालगुडी डेज़’ की मीठी यादें क्यों ताज़ा हो जाती हैं!
एक कहानी, कई किस्से
‘पंचायत’ और ‘मालगुडी डेज़’ दोनों में एक बात बहुत कमाल की है – इनकी कहानियाँ अक्सर एपिसोड दर एपिसोड आगे बढ़ती हैं। यानी हर एपिसोड में एक नई कहानी, एक नया किस्सा! ‘पंचायत’ को ही देख लीजिए, कभी भूखे पेड़ की बात होती है, कभी गाँव में शादी की धूम-धाम, कभी शराबबंदी की मुहिम, कभी CCTV लगाने की जद्दोजहद। चाहे शौचालय का निर्माण हो या सड़क बनाने की कोशिश, हर एपिसोड में गाँव की ज़िंदगी का एक नया पहलू देखने को मिलता है।
इसी तरह ‘मालगुडी डेज़’ में भी हर एपिसोड अपने आप में एक पूरी कहानी थी। कभी स्कूल से नफरत करने वाले बच्चे की कहानी, कभी ज्योतिषी की रोज़मर्रा की ज़िंदगी, कभी जानवर के गुम हो जाने की कहानी, कभी पड़ोसियों के बीच छोटा-मोटा झगड़ा।
दोनों शो में गांव की सादगी
जीवन के इस हिस्से को बयां करने वाली कहानी, जिसमें गांव की सेटिंग बहुत वास्तविक लगती है और किरदार आपके पड़ोस के लगते हैं, यही बात ‘पंचायत’ को ‘मालगुडी डेज़’ की याद दिलाती है। दोनों शो में गांव की सादगी, छोटे-मोटे संघर्ष और इंसानियत की एक प्यारी सी झलक दिखाई गई है, जो दिल को छू जाती है।