पाकिस्तान स्टील मिल्स परियोजना के लिए कारगर साबित होगा समझौता

Business News Hindi (आज समाज), बिजनेस डेस्क : आर्थिक तंगी और आंतरिक अशांति से जूझ रहे पाकिस्तान के लोगों के लिए राहत की खबर है। जानकारी के अनुसार पाकिस्तान और रूस से बीच एक अहम और बढ़ा समझौता हुआ है जिससे आने वाले समय में पाकिस्तान की अर्थ व्यवस्था को गति मिलने की संभावना है। आपको बता दें कि पाकिस्तान पिछले कुछ साल से जबरदस्त आर्थिक मंदी से जूझ रहा है।

वहां पर महंगाई लगातार बढ़ रही है और खाने की जरूरी वस्तुओं की भी किल्लत है। ऐसे में पाकिस्तानी राजनेता लगातार अरब देशों से वित्तीय सहायता की मांग कर रहे हैं ओर हासिल कर रहे हैं। लेकिन रूस से हुए इस समझौते से निश्चित तौर पर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।

रूस से साथ पाकिस्तान का यह समझौता हुआ

पाकिस्तान और रूस ने पाकिस्तान स्टील मिल्स परियोजना को बहाल करने और आधुनिक बनाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह दोनों देशों के बीच सहयोग में एक नया अध्याय है। चीन भी पाकिस्तान स्टील मिल्स (पीएसएम) परियोजना का ठेका पाने की दौड़ में शामिल था, जिसे मूलत: सोवियत सहायता से बनाया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, कराची में पीएसएम को फिर से शुरू के समझौते पर मास्को स्थित पाकिस्तान दूतावास में हस्ताक्षर किए गए। एपीपी ने कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य इस्पात उत्पादन को पुन: आरंभ करना और उसका विस्तार करना है, जो दोनों देशों के बीच सहयोग में एक नया अध्याय लिखेगा।

समझौते से गदगद दिखा पाकिस्तान

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विशेष सहायक हारून अख्तर खान, जो इस समय रूस की यात्रा पर हैं, ने कहा कि रूस के सहयोग से पीएसएम को पुनर्जीवित करना हमारे साझा इतिहास और मजबूत औद्योगिक भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।प्रेस सूचना विभाग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पीएसएम का निर्माण मूलत: 1971 में पूर्व सोवियत संघ की सहायता से किया गया था और यह पाकिस्तान-रूस संबंधों का एक स्थायी प्रतीक बना हुआ है।