अप्रैल में जारी आंकड़ों ने बढ़ाई चिंता, व्यापार घाटा 26.42 अरब डॉलर पर पहुंचा

Business News Hindi (आज समाज), बिजनेस डेस्क : भारत विश्व की कुछ तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। भारत सरकार का भी लक्ष्य है कि 2047 तक भारत को विश्व में एक विकसित देश के रूप में स्थापित करना है। वहीं इस लक्ष्य को पाने के लिए देश की मौजूदा सरकार लगातार प्रयासरत्त है। लेकिन एक बड़ी समस्या भारतीय अर्थव्यवस्था के सामने यह आ रही है कि हम निर्यात से ज्यादा आयात पर निर्भर हैं। जोकि चिंताजनक है।

इसका सीधा-सीधा अर्थ यह है कि हम जितना दूसरे देशों को निर्यात करके पैसा कमा रहे हैं उससे कहीं ज्यादा हम अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए दूसरे देशों से सामान खरीदने में खर्च कर रहे हैं। यह आंकड़े अप्रैल में जारी किए गए हैं जोकि इस बात की पुष्टि करते हैं कि देश का व्यापार घाटा 26.42 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।

अप्रैल में इस तरह रहा देश का निर्यात और आयात का आंकड़ा

देश का कुल निर्यात अप्रैल महीने में 9.03% बढ़कर 38.49 अरब डॉलर हो गया। इस दौरान देश का व्यापार घाटा 26.42 अरब डॉलर का रहा। सरकार के ताजा आंकड़ों में इसकी पुष्टि हुई है। आंकड़ों के अनुसार देश का आयात अप्रैल महीने के दौरान सालाना आधार पर 19.12 प्रतिशत बढ़कर 64.91 अरब डॉलर पर पहुंच गया। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने बताया कि हमें उम्मीद है कि भारत अपने निर्यात में बढ़ोतरी की गति को जारी रखेगा।

सही दिशा में बढ़ रहा भारत-अमेरिका समझौता

शीर्ष सरकारी अधिकारी बर्थवाल ने गुरुवार को भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते के लिए बातचीत अच्छी तरह आगे बढ़ रही है। वाणिज्य सचिव ने कहा कि आगे की चर्चा के लिए एक भारतीय दल वाशिंगटन जाएगा। वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों के एक दल का नेतृत्व करेंगे जो समझौते पर अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ चर्चा करने के लिए 17 मई से वाशिंगटन दौरे पर रहेंगे।