Shopian Operation Keller, (आज समाज), श्रीनगर: सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में मंगलवार को लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों को मार गिराने के बाद इलाके में तलाश अभियान चलाया और इसे आपरेशन केलर नाम दिया है। इसके तहत हथियारों और गोला-बारूद का एक बड़ा जखीरा बरामद किया गया। एक वीडियो में मारे गए आतंकियों के बैगपैक और पर्स के साथ-साथ कई राइफलें, ग्रेनेड और गोला-बारूद दिखाया गया है।
‘आपरेशन सिंदूर’ के बीच ‘आपरेशन केलर’
देश में चल रहे आपरेशन सिंदूर के बीच आतंकियों के खिलाफ सेना की आपरेशन केलर के तहत कार्रवाई हुई है। गौरतलब है कि आतंकियों ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में 26 लोगों की हत्या कर दी थी। इस हमले के प्रतिशोध में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को लक्ष्य बनाने के मकसद से ‘आपरेशन सिंदूर’ चलाया और इसके तहत 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकियों के 9 ठिकाने तबाह कर दिए थे। इनमें पीओके में 5 और पाकिस्तान में 4 आतंकी ठिकाने थे।
मारे गए आतंकियों में लश्कर का शीर्ष कमांडर शाहिद अहमद कुट्टे
सेना ने एक पोस्ट में बताया कि शोपियां जिले के शोकल केलर इलाके में आतंकियों की मौजूदगी के बारे में राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट की विशेष खुफिया जानकारी के आधार 13 मई को आपरेशन केलर शुरू किया था। संयुक्त अभियान के तहत इलाके में भारी गोलीबारी के दौरान मंगलवार को लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर शाहिद अहमद कुट्टे समेत तीन कट्टर आतंकी मारे गए। सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और खुफिया एजेंसियों ने संयुक्त अभियान चलाया था।
कुट्टे का मारा जाना लश्कर-ए-तैयबा के लिए बड़ा झटका
अधिकारियों के मुताबिक कुट्टे का मारा जाना जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा के लिए बड़ा झटका है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, मारे गए तीनों आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे, जिनमें से उन्होंने दो की पहचान शाहिद कुट्टे और अदनान शफी के रूप में की है।
तीसरे आतंकी की पहचान होना बाकी
तीसरे आतंकवादी की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। अधिकारी ने कहा कि कुट्टे 2023 में आतंकी रैंक में शामिल हुआ था और वह श्रेणी ‘ए’ का आतंकी व लश्कर का शीर्ष कमांडर था। कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, कुट्टे के आवास को अधिकारियों ने कुछ ही दिनों बाद 26 अप्रैल को ध्वस्त कर दिया था।
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