Hanuman Ji Tulsi Upay: हनुमानजी को लगाएं तुलसी के पत्ते का भोग और पहनाएं माला

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Hanuman Ji Tulsi Upay: हनुमानजी को लगाएं तुलसी के पत्ते का भोग और पहनाएं माला
Hanuman Ji Tulsi Upay: हनुमानजी को लगाएं तुलसी के पत्ते का भोग और पहनाएं माला

सभी मनोकामनाएं होगी पूर्ण
Hanuman Ji Tulsi Upay, (आज समाज), नई दिल्ली: हनुमानजी को तुलसी का भोग अति प्रिय है। मान्यता है कि हनुमानजी को तुलसी के पत्ते का भोग लगाना और उन्हें तुलसी के पत्ते की माला पहनना बेहद ही पुण्यकारी माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि हनुमानजी को तुलसी अर्पित करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं हनुमानजी को तुलसी का भोग इतना प्रिय क्यों है। इसके पीछे बेहद ही रोचक कथा छिपी हुई है। रामायण कथाओं में भी इस कथा का वर्णन किया गया है। आइए जानते हैं हनुमानजी को क्यों पसंद है तुलसी का पत्ता।

हनुमानजी को माता सीता ने दिया तुलसी का पत्ता

जिस समय भगवान राम अयोध्या वापस लौट आए थे और उनका अभिषेक किया गया तो उनसे मिलने के लिए भगवान शिव और माता पार्वती अयोध्या पहुचे। माता सीता ने उनके लिए भोजन बनाया और उनका बहुत आदर सतकार किया। भगवान शिव को राम भक्त हनुमानजी कहीं नहीं दिखाई दिए तो उन्होंने सवाल किया कि हनुमान कहां हैं। माता सीता ने बताया कि हनुमान बाग में आराम कर रहे हैं। जब भगवान शिव हनुमानजी के मिलने के लिए बाग में पहुंचे तो वहां का नजारा बहुत ही अद्भुत था। हनुमानजी जो सोते समय सांस ले रहे तब उनकी सांस से राम नाम की ध्वनि चारो तरफ फैली हुई थी।

शिवजी ने जब यह नजारा देखे तो वह भी राम नाम की धुन में खो गए और नाचने लगें तभी भगवान शिव और हनुमानजी को बुलाने के लिए लक्ष्मण जी गए और वह भी राम नाम की धुन में खो गए और मगन होकर वह भी नाचने लगे। जब काफी समय बीत गया तो भगवान राम तो बहुत अचंभा हुआ कि जो भी हनुमान को बुलाने के लिए जा रहा है वह वापस ही नहीं लौट रहा है।

इसके बाद भगवान राम हनुमान जी को बुलाने के लिए स्वयं गए और वहां का नजारा देखकर वह भी बेहद अचंभित हुए और हनुमानजी को उठाने लगें। तभी हनुमान जी की नींद टूटी और वह उठ खड़े हुए। इसके बाद सभी लोग खाना खाने के लिए आए तब माता सीता ने हनुमान जी को भी खाना खाने के लिए बैठा दिया। लेकिन, हनुमान जी कभी भी भगवान राम से पहले भोजन नहीं करते थे लेकिन, वह माता सीता की आज्ञा भी नहीं टाल सकते हैं।

हनुमानजी को तुलसी चढ़ाने के लाभ

हनुमानजी ने जैसे ही खाना खाना शुरू किया तो वह खाते ही चले गए और उनका पेट भरा ही नहीं। हनुमानजी को इस तरह देखकर माता सीता चिंतित हो गई और उन्होंने रामजी से कहा। तब रामजी ने माता सीता से कहा कि तुम हनुमानजी के खाने में तुलसी का पत्ता मिला दो। जैसे ही माता सीता ने हनुमानजी के खाने में तुलसी का पत्ता डाल दिया इसके बाद हनुमान जी की भूख शांत हुई। तभी से ऐसी मान्यता चली आ रही है कि हनुमानजी को तुलसी अर्पित करने से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।

हनुमानजी को तुलसी चढ़ाने की विधि

  • हनुमानजी को 108 तुलसी के पत्तों पर चंदन से राम नाम लिखकर माला पहनाना भी बेहद ही शुभ माना गया है।
  • आप चाहे तो हनुमानजी को 1, 11, 21, 51 पत्ते भी चढ़ा सकते हैं लेकिन, उसपर चंदन से राम नाम जरुर लिखे।

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