सीएम रेखा ने किया 33 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का उद्घाटन, पूर्व आप सरकार पर साधा निशाना

Delhi Breaking News (आज समाज), नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में शासित भाजपा सरकार की सीएम रेखा गुप्ता ने दिल्ली की जनता से किया हुआ एक और वादा पूरा करते हुए दिल्ली में 33 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का उद्घाटन किया। इसके साथ ही 17 जन औषधि केंद्रों की बड़ी सौगात दी है। इस दौरान सीएम ने दिल्ली की जनता से वादा किया कि कोई भी दिल्लीवासी इलाज के अभाव में अब अपनी जान नहीं गंवाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन केंद्रों में उपलब्ध दवाएं और सर्जिकल आइटम बाजार मूल्य से 50 प्रतिशत से 80 प्रतिशत तक सस्ते होंगे। यह पहल न केवल मरीजों को आर्थिक राहत देगी, बल्कि व्यक्तिगत उद्यमियों को जन औषधि केंद्र खोलने के अवसर प्रदान करके रोजगार सृजन में भी योगदान देगी।

तीस हजारी और दिल्ली सचिवालय में किया उद्घाटन

इस दौरान दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने तीस हजारी और दिल्ली सचिवालय में आयुष्मान आरोग्य मंदिर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बताया कि यह पहल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना के अनुरूप स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत मिशन के तहत दिल्ली सरकार 1139 आयुष्मान आरोग्य मंदिर राजधानी में स्थापित करेगी। दिल्ली की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 15 आरोग्य मंदिर खोले जाएंगे, जहां नागरिकों को मुफ्त बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

सीएम ने आप सरकार पर साधा निशाना

उन्होंने यह भी बताया कि यह स्वास्थ्य केंद्र पिछली सरकार द्वारा शुरू किये गए पुराने मोहल्ला क्लीनिकों से कहीं बेहतर सुविधाएं प्रदान करेंगे। जहां मोहल्ला क्लीनिक केवल सामान्य ओपीडी सेवाएं प्रदान करते थे, वहीं आयुष्मान आरोग्य मंदिर 12 सर्विस पैकेजों के तहत व्यापक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। इनमें गर्भवती महिलाओं के लिए टीकाकरण, प्रसवपूर्व और प्रसवोत्तर देखभाल, मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं, बुजुर्गों के लिए आरामदेह देखभाल, और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की योजनाएं जैसे टीबी उन्मूलन, कुष्ठ रोग उन्मूलन, और गैर-संचारी रोगों पर फोकस शामिल हैं। इसके अलावा, इन केंद्रों में इन-हाउस लैब टेस्ट की सुविधा भी होगी। रेखा गुप्ता ने मोहल्ला क्लीनिक मॉडल पर पिछली सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह व्यवस्था जनता की सेहत सुधारने के बजाय भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का माध्यम बन गई थी।