इन 5 राशि वालों का बदलेगा भाग्य
Budh Gochar, (आज समाज), नई दिल्ली: ज्योतिष शास्त्र में शुक्र धन, वैभव, प्रेम, सौंदर्य, सुख-सुविधा, कला और ऐश्वर्य के कारक माने जाते हैं। वहीं बुध को ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है। बुध बुद्धि, वाणी, तर्क, गणित, व्यापार, संवाद, और संचार के कारक माने गए हैं। ये दोनों ग्रह ही नवग्रहों का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।

जब ये दोनों ग्रह किसी राशि में एक साथ यानी युति बनाते हैं, तो इनकी शक्ति और उर्जा बढ़ती है। इसका शुभ और अशुभ दोनों तरह का प्रभाव अलग-अलग राशियों पर देखने को मिलता है। इस माह में शुक्र-बुध तुला राशि में युति बनाने वाले हैं।

बुध तुला राशि में करेंगे प्रवेश

द्रिक पंचांग के अनुसार, 2 नवंबर 2025 से शुक्र तुला राशि में विराजमान हैं। वो तुला राशि में 26 नवंबर तक रहेंगे। इसी बीच 23 नवंबर की शाम 7 बजकर 58 मिनट पर बुध तुला राशि में प्रवेश करेंगे।

बुध इस राशि में 06 दिसंबर तक गोचर करेंगे। ऐसे में 23 नवंबर को तुला राशि में शुक्र-बुध मिलेंगे। इसे ही ज्योतिष की भाषा में ग्रहों द्वारा युति बनाना कहा जाता है। बुध के तुला राशि में प्रवेश और दोनों ग्रहों के द्वारा युति बनाने से पांच राशि के जातकों का भाग्य बदल सकता है।

भाग्यशाली राशियां

  • वृषभ: इस राशि के छठे भाव में बुध गोचर करेंगे। ऐसे में वृषभ राशि के जातकों के रुके हुए काम पूरे होंगे। जिÞम्मेदारियों और काम के बीच संतुलन बना रहने वाला है। इस समय में स्वास्थ्य और जीवनशैली पर ध्यान देने की जरुरत पड़ सकती है।
  • वृश्चिक राशि: बुध का गोचर वृश्चिक राशि के बारहवें भाव होगा। ऐसे में वृश्चिक राशि के जातकों का आध्यात्मिकता, ध्यान, गूढ़ अन्वेषण या मनोविश्लेषण की ओर रुझान बढ़ सकता है।
  • सिंह राशि: बुध का सिंह राशि के तीसरे भाव में गोचर होगा। ऐसे में शुक्र-बुध की युति से संवाद, चचार्एं, संपर्क और छोटे-मोटे काम आगे बढ़ सकते हैं। भाई-बहनों या करीबी रिश्तेदारों के साथ संबंधों में सुधार हो सकता है।
  • तुला राशि: बुध तुला राशि के प्रथम भाव में प्रवेश करेंगे। जिससे तुला वालों का आत्मविश्वास और संचार कौशल बढ़ेगा। करियर में नई पहचान और पब्लिक इमेज में सुधार हो सकता है।
  • कुंभ राशि: कुंभ राशि के नवम भाव में बुध गोचर करेंगे। यह समय कुंभ राशि वालों के लिए अध्ययन, शोध, धर्म और विदेश यात्राओं के लिए शुभ रहने वाला है।

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