इस माह में है सूर्य देव की आराधना का महत्व
Paush Month Vrat Tyohar, (आज समाज), नई दिल्ली: मार्गशीर्ष माह की समाप्ति के बाद पौष का महीना आरंभ होता है, जोकि आज से हो चुका है। इस माह में गुरु गोविंद सिंह जयंती और पौष पुत्रदा एकादशी जैसे कई महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। धार्मिक दृष्टि से इस माह का विशेष महत्व है, और यह भी माना जाता है कि इस माह में सूर्य देव की आराधना करने से जातक को धन व ऐश्वर्य की प्राप्ति हो सकती है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि पौष मास में कौन-कौन से महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार पड़ रहे हैं।

पौष माह के व्रत-त्योहार

शुक्रवार 5 दिसंबर 2025: रोहिणी व्रत (जब सूर्योदय के बाद रोहिणी नक्षत्र प्रबल होता है, तब रोहिणी व्रत किया जाता है, जो जैन धर्म के प्रमुख व्रत-त्योहारों में से एक है)

  • रविवार 7 दिसंबर 2025: अखुरथ संकष्टी चतुर्थी
  • गुरुवार 11 दिसंबर 2025: कालाष्टमी, मासिक कृष्ण जन्माष्टमी
  • सोमवार 15 दिसंबर 2025: सफला एकादशी
  • मंगलवार 16 दिसंबर 2025: धनु संक्रांति, खरमास शुरू
  • बुधवार 17 दिसंबर 2025: बुध प्रदोष व्रत
  • गुरुवार 18 दिसंबर 2025: मासिक शिवरात्रि
  • शुक्रवार 19 दिसंबर 2025: पौष अमावस्या
  • बुधवार 24 दिसंबर 2025: विघ्नेश्वर चतुर्थी
  • शनिवार 27 दिसंबर 2025: गुरु गोविंद सिंह जयंती
  • मंगलवार 30 दिसंबर 2025: पौष पुत्रदा एकादशी
  • गुरवार 1 जनवरी 2026: रोहिणी व्रत, प्रदोष व्रत, नव वर्ष
  • शनिवार 3 जनवरी 2026: पौष पूर्णिमा माघ स्नान प्रारंभ (हिंदू धर्म में माघ स्नान को विशेष महत्व दिया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इससे पापों का नाश, आध्यात्मिक शुद्धि और मोक्ष प्राप्ति होती है)

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