थोड़ी सी देखभाल, सही तकनीक के जरिए कर सकते है बादाम का पौधा तैयार
Almond Farming, (आज समाज), नई दिल्ली: अगर आप सोचते हैं कि बादाम की खेती केवल पहाड़ी इलाकों या बड़े बगीचों में ही संभव है, तो यह आपकी गलतफहमी है। आजकल सही तकनीक के साथ आप अपने घर के किचन गार्डन में भी सिर्फ 4 बादाम से आसानी से बादाम का पौधा तैयार कर सकते हैं। हालांकि फल देने में कुछ साल लगते हैं, लेकिन पौधे की खूबसूरती, हरियाली और भविष्य में मिलने वाले मेवों की संभावना इसे एक बेहतरीन घरेलू प्लांट बना देती है। आइए जानें कि किचन गार्डन में बादाम की खेती कैसे शुरू की जा सकती है।
किचन गार्डन की बढ़ेगी सुंदरता
अगर आप अपने किचन गार्डन में कुछ अलग और खास उगाना चाहते हैं, तो केवल 4 बादाम से शुरू की गई यह खेती आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकती है। यह पौधा न सिर्फ आपके घर की सुंदरता बढ़ाएगा, बल्कि भविष्य में आपको घर का उगा हुआ मेवा भी दे सकता है। थोड़ी सी देखभाल, सही तकनीक और धैर्य के साथ आप आसानी से बादाम की होम गार्डन खेती सफल बना सकते हैं।
बादाम का सही चयन करें
किचन गार्डन में बादाम उगाने के लिए सबसे जरूरी है कि आप कच्चे और अनरोस्टेड बादाम ही चुनें। बाजार में उपलब्ध भुने या नमकीन बादाम उग नहीं सकते। बेहतर होगा कि आप आॅर्गेनिक स्टोर या नर्सरी से रॉ बादाम विद शेल यानी छिलके वाले कच्चे बादाम लें। ऐसे बादाम में अंकुरण की संभावना अधिक रहती है।
बादाम को कैसे करें अंकुरित
- एक कटोरी में पानी लेकर बादाम 12 घंटे तक भिगो दें। इससे बादाम का छिलका नरम होने लगता है और अंदर का बीज फूल जाता है।
- बादाम ठंडे क्षेत्रों का पौधा है, इसलिए इसके बीजों को 20 से 25 दिन तक ठंडे वातावरण की जरूरत होती है। इसलिए पहले एक एयरटाइट पाउच लें। उसमें हल्की नमी वाली रेत या टिश्यू रखें।बादाम इसमें डालकर पैक करें। अब इसे फ्रिज में 25 से 30 दिन तक रखें। इस प्रॉसेस से बादाम में अंकुरण तेजी से होता है। लगभग तीसरे हफ्ते से बादाम में जड़ विकसित होने लगेगी।
सही मिट्टी तैयार करें
बादाम के पौधे को हल्की, भुरभुरी और अच्छी ड्रेनेज वाली मिट्टी पसंद होती है। मिट्टी तैयार करते समय 40 फीसदी गार्डन मिट्टी, 30 प्रतिशत रेत, 30 प्रतिशत कंपोस्ट या गोबर की खाद मिलाए। यह मिश्रण पौधे को पर्याप्त पोषक तत्व देता है और पानी जमा नहीं होने देता।
गमले का चयन और रोपाई
बादाम के पौधे की जड़ें गहराई तक जाती हैं। इसलिए शुरूआत में 10 इंच के गमले से शुरू करें और पौधा बढ़ने पर इसे 16 से 18 इंच वाले गमले में शिफ्ट करें। मिट्टी भरकर बीच में 2 इंच गहरा गड्ढा बनाएं। अंकुरित बादाम जिसमें छोटी जड़ दिख रही हो, उसे उल्टा न लगाएं। जड़ नीचे की ओर ही रहे। हल्के हाथ से मिट्टी ढक दें। पानी स्प्रे करें ताकि मिट्टी न बहने पाए।
सिंचाई और धूप
पौधे को रोज तेज पानी न दें। गमले की ऊपरी मिट्टी जब सूख जाए तभी पानी दें। बादाम का पौधा 6 से 7 घंटे की सीधी धूप पसंद करता है। सर्दियों में पानी कम करें और गर्मियों में थोड़ा बढ़ा दें।
पौधे की देखभाल और खाद
हर महीने हल्की मात्रा में कंपोस्ट दें। बरसात में पौधे की जड़ों में पानी न जमने दें। अगर पत्तियों पर कीट दिखें तो नीम का तेल स्प्रे करें। गमले में लगाए गए बादाम के पौधे को फल देने में 3 से 4 साल तक का समय लग सकता है। हालांकि शुरूआत में फूल कम आते हैं, लेकिन धीरे-धीरे पौधा मजबूत होने पर बढ़ता है।