इंडिगो रोज टोमेटो के नाम से भी जाना जाता काले टमाटर को
Black Tomato Cultivation, (आज समाज), नई दिल्ली: अक्सर लोगों को लगता है कि टमाटर का रंग सिर्फ लाल ही होता है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है क्योंकि टमाटर का रंग काला भी होता है। काले टमाटर को इंडिगो रोज टोमेटो के नाम से भी जाना जाता है। इस किस्म के टमाटर बाहर से काले रंग के होते हैं। टमाटर के अंदर का रंग लाल होता है। बता दें लाल टमाटर के अलावा अब भारत में भी काले टमाटर की खेती बड़े पैमाने पर की जा रही है।
काले टमाटर में काफी अधिक मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। काले टमाटर की बढ़ती डिमांड को देखते हुए अगर किसान इसकी खेती करते हैं, तो अच्छी कमाई कर सकते हैं। तो आइए आज जानते काले टमाटर की खासियत से लेकर खेती और कमाई तक का पूरा हिसाब।
कैसे करें काले टमाटर की खेती
- काले टमाटर की बुवाई करने के लिए दिसंबर और जनवरी का महीना सबसे सही रहता है।
- काले टमाटर की खेती के लिए मिट्टी की बढ़िया से जुताई कर लें, मिट्टी नर्म होने पर इसमें काले टमाटर के बीज बो दें।
- काले टमाटर की खेती के लिए मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 के बीच होना चाहिए।
- लगभग 7 से 8 दिन बाद काले टमाटर के छोटे छोटे पौधों को 2-2 फिट की दूरी पर रोप दें। ये पौधे लाल टमाटर की अपेक्षा थोड़ी ज्यादा समय लेते हैं।
- काले टमाटर मार्च, अप्रैल से पौधों में उगना शुरू हो जाते हैं।
काले टमाटर के सेवन के फायदें
- यह टमाटर विटामिन ए एवं विटामिन सी से भरपूर होता है। काले टमाटर का सेवन आंखों की रोशनी बढ़ाने में सहायक है।
- इसके अलावा दिल के मरीजों के लिए भी यह लाभदायक है।
- यह कैंसर जैसे खतरनाक रोग की रोकथाम में भी मददगार है। अधिक लाभदायक होने के कारण टमाटर की अन्य किस्मों की तुलना में इसकी बिक्री अधिक मूल्य पर होती है।
- इसकी खेती करने वाले कम समय में अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।
जल्दी खराब नहीं होता काला टमाटर
काला टमाटर बीज शुरूआत में हल्का काला होता है और फिर पकने के बाद पूरा काला हो जाता है। ये जल्दी खराब नहीं होता, सड़ता नहीं है, इसमें लाल टमाटर की अपेक्षा कम बीज होते हैं। इसे तोड़ने के बाद कई दिनों तक रखा जा सकता है, और ये ताजा बना रहता है।
ये टमाटर देखने में ऊपर से काला होता है लेकिन अंदर से लाल होता है। इसका स्वाद लाल टमाटर जैसा नहीं होता है, बल्कि ये थोड़ा नमकीन होता है। इसके बीज लाल टमाटर की तरह ही होते हैं।
सबसे पहले इंग्लैंड में शुरू हुई थी काले टमाटर की खेती
बता दें कि काले टमाटर की खेती सबसे पहले इंग्लैंड में शुरू हुई थी। इंग्लैंड में लोग काले टमाटर को इंडिगो रोज टोमेटो के नाम से जानते हैं. हालांकि, पूरे यूरोप में लोग काले टमाटर को सुपरफूड के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
बात अगर भारत की करें तो, यहां पर सबसे पहले हिमाचल प्रदेश में काले टमाटर की खेती शुरू हुई, पर अब हिमाचल के अलावा अब दूसरे राज्यों के किसान भी काले टमाटर की खेती करने लगे हैं। लेकिन अभी भी कुछ किसानों को इस टमाटर की खेती के बारे में जानकारी नहीं है।
मुनाफा
एक अनुमान के मुताबिक, काले टमाटर की खेती का खर्च निकालने के बाद किसान 4 से 5 लाख रुपए प्रति हेक्टेयर तक का शुद्ध मुनाफा कमा सकता है। बाजारों में अभी काले टमाटर का रेट लगभग 100 से 150 रुपये किलो के बीच है।