शक्ति, साहस और ऊर्जा का प्रतीक है लाल रंग
Red Flowers, (आज समाज), नई दिल्ली: मां दुर्गा को लाल फूल चढ़ाने का कारण उनका शक्ति स्वरूप और लाल रंग से जुड़ा प्रतीकात्मक अर्थ है। मंदिरों में, घरों की पूजा में और अनुष्ठानों में देवी के चरणों में अक्सर लाल गुड़हल या लाल गुलाब रखा जाता है। लाल रंग का देवी से गहरा रिश्ता है। लाल रंग को शक्ति, साहस और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है।

मां दुर्गा, जो राक्षसों का संहार करने वाली और संसार की रक्षा करने वाली देवी मानी जाती हैं, उनका स्वरूप भी तेज और उग्र होता है। इसलिए लाल रंग को उनका प्रिय माना गया है। यह रंग मां की युद्ध शक्ति और भक्तों के प्रति प्रेम को दर्शाता है।

लाल फूलों का विशेष महत्व

पूजा में फूल चढ़ाना सिर्फ एक परंपरा नहीं है, बल्कि ये भक्ति का भाव है। जब हम किसी को फूल देते हैं तो वह हमारे प्रेम और सम्मान का प्रतीक होता है। ठीक वैसे ही, देवी को फूल चढ़ाना उनके प्रति हमारी आस्था को दर्शाता है। लाल गुड़हल का फूल खासकर मां दुर्गा को बहुत प्रिय है।

कहा जाता है कि इस फूल में जो तेज और चमक होती है, वो मां की शक्ति को दर्शाता है। यह फूल मां को बहुत जल्दी प्रसन्न कर देता है और उनकी कृपा पाने में मदद करता है।

क्या दूसरे रंग के फूल नहीं चढ़ा सकते

यह धारणा पूरी तरह सही नहीं है कि केवल लाल फूल ही चढ़ाए जाएं। मां को गेंदे, चंपा, चमेली, जूही जैसे अन्य फूल भी चढ़ाए जा सकते हैं। मां कभी अपने भक्तों की भक्ति को रंग से नहीं तोलती। अगर भाव सच्चा है, तो कोई भी फूल मां को समर्पित किया जा सकता है।

हां, विशेष अवसरों जैसे नवरात्रि में अगर आप लाल फूल चढ़ाते हैं तो मां की विशेष कृपा प्राप्त हो सकती है। इसलिए लाल फूल को थोड़ी अधिक मान्यता दी जाती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि अन्य फूल वर्जित हैं।

पूजा में फूल चढ़ाने से घर में आती है शुभता और सकारात्मक ऊर्जा

पूजा में फूल चढ़ाने से घर में शुभता और सकारात्मक ऊर्जा आती है। खासकर अगर पूजा में लाल फूलों का प्रयोग किया जाए, तो वातावरण में तेज और ऊर्जा बनी रहती है। ये न सिर्फ पूजा को सफल बनाता है, बल्कि घर-परिवार में सुख-शांति और समृद्धि भी लाता है।

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