इस माह में स्नान, दान, दीपदान और पूजन है विशेष महत्व
Margashirsha Shankh Puja, (आज समाज), नई दिल्ली: भगवान श्रीकृष्ण के बेहद प्रिय मास मार्गशीर्ष की शुरुआत हो चुकी है। यह महीना सभी महीनों में सर्वोत्तम है। मार्गशीर्ष महीने में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा मासानां मार्गशीर्षोऽहम् कहकर विशेष बताया गया है। इस पूरे माह में स्नान, दान, दीपदान और पूजन का बहुत ही शुभ फल मिलता है। इस माह में शंख की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है।
मान्यता है कि मार्गशीर्ष माह में विधि-विधान से शंख की पूजा करने से न केवल भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं, बल्कि माता लक्ष्मी का भी घर में स्थायी वास होता है। आइए जानते हैं कि मार्गशीर्ष माह में शंख पूजा इतनी महत्वपूर्ण क्यों है, इसकी पूजन सामग्री क्या है और कौन से मंत्र का जाप करना चाहिए।
मार्गशीर्ष माह में शंख पूजा का महत्व
- श्री कृष्ण से संबंध: यह महीना भगवान श्री कृष्ण को प्रिय है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, अगहन मास में किसी भी शंख को भगवान कृष्ण के पांचजन्य शंख के समान मानकर पूजा करने से भक्त की समस्त इच्छाएं पूरी होती हैं।
- समुद्र मंथन का रत्न: विष्णु पुराण के अनुसार, शंख समुद्र मंथन से प्राप्त हुए 14 रत्नों में से एक है। शंख में स्वयं तीर्थों का वास माना गया है, और इसका जल गंगाजल के समान पवित्र होता है।
- लक्ष्मी प्राप्ति: शंख को माता लक्ष्मी का भाई माना जाता है, क्योंकि दोनों की उत्पत्ति समुद्र से हुई है। विशेष रूप से दक्षिणावर्ती शंख को लक्ष्मी का रूप कहा जाता है। मार्गशीर्ष में शंख पूजा से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है।
- पितरों को मोक्ष: ऐसी मान्यता है कि मार्गशीर्ष माह में शंख से भगवान विष्णु का अभिषेक करने से व्यक्ति के पितरों को स्वर्ग लोक में स्थान मिलता है और वंश की वृद्धि होती है।
- सकारात्मकता का संचार: शंख ध्वनि से घर का वातावरण शुद्ध होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
शंख पूजन विधि एवं मंत्र
सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल पर एक चौकी पर लाल या पीला वस्त्र बिछाकर शंख को रखें। शंख को कच्चे दूध और फिर जल से स्नान कराएं। स्वच्छ कपड़े से पोंछकर उसे चांदी या तांबे के पात्र में स्थापित करें। अब शंख पर केसर और दूध के मिश्रित घोल से श्री एकाक्षरी मंत्र लिखें।
घी का दीपक और अगरबत्ती जलाएं। कुमकुम, चावल, इत्र और सफेद पुष्प अर्पित करें। पूजा के बाद शंख में जल, पुष्प और अक्षत (चावल) भरकर भगवान विष्णु या शालिग्राम शिला को अर्घ्य दें। मार्गशीर्ष माह में शंख में दूध भरकर भगवान विष्णु का अभिषेक करने से विशेष लाभ मिलता है। नैवेद्य का भोग लगाएं और पूजा संपन्न करें।
मार्गशीर्ष माह में धन लाभ के लिए करें ये उपाय
- तिजोरी में मोती शंख: मोती शंख में साबूत चावल भरकर एक सफेद कपड़े में लपेटकर तिजोरी या धन स्थान पर रखने से बरकत होती है।
- शंख दान: मार्गशीर्ष माह में किसी विष्णु मंदिर में शंख का दान करना बहुत ही लाभदायक माना जाता है, इससे आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं।
- शंख में गंगाजल: दक्षिणावर्ती शंख में गंगाजल और केसर मिलाकर माता लक्ष्मी का अभिषेक करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।
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