हर घर में होता है मोबाइल चार्जर का उपयोग
Mobile Charger (आज समाज) नई दिल्ली: आखिरकार हर घर में मोबाइल चार्जर का उपयोग होता है और अगर यह बिना इस्तेमाल के भी बिजली खर्च करता है तो यह जेब और पर्यावरण दोनों के लिए नुकसानदायक है।
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक दावा तेजी से वायरल हो रहा है कि अगर आप मोबाइल चार्जर को स्विच में लगाकर छोड़ देते हैं, भले ही फोन न लगा हो, तब भी बिजली की खपत होती है। लाखों लोग इस दावे पर चर्चा कर रहे हैं और इसे लेकर कंफ्यूजन भी बढ़ गया है। आइए जानते हैं सच्चाई क्या है।

बिना फोन लगाए 0.1 से 0.5 वॉट बिजली खर्च करता है एक चार्जर

अगर आप मोबाइल चार्जर को स्विच में आॅन करके छोड़ते हैं, लेकिन फोन नहीं लगाया है, तो यह थोड़ी मात्रा में बिजली जरूर खर्च करता है। इसे वैंपायर पावर या स्टैंडबाय पावर कहा जाता है। औसतन एक चार्जर बिना फोन लगाए 0.1 से 0.5 वॉट बिजली लेता है। पूरे महीने में यह खपत लगभग 1 से 2 यूनिट हो सकती है।

चार्जर को प्लग से हटाना बेहतर

चार्जर का प्लग हटाना सबसे अच्छा है। बिजली बचाने के साथ-साथ फायर सेफ्टी के लिहाज से भी यह सुरक्षित है। तो कुल मिलाकर कहें तो दावा पूरी तरह से गलत नहीं है। चार्जर स्विच में आॅन रहने पर वाकई में मामूली बिजली खर्च होती है, हालांकि यह खपत बहुत कम है, लेकिन लंबे समय में कई डिवाइस मिलकर बिजली का बिल बढ़ा सकते हैं। इसलिए चार्जर को अनावश्यक रूप से प्लग में न छोड़ें।