कन्याओं को देवी दुर्गा का स्वरूप मानकर की जाती है पूजा
Kanya Pujan Bhog, (आज समाज), नई दिल्ली: शारदीय नवरात्र में अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन का विधान है। कन्या पूजन में कन्याओं को देवी दुर्गा का स्वरूप मानकर पूजा की जाती है और उनका आदर किया जाता है, जिसे कंजक के नाम से भी जाना जाता है। इन छोटी कन्याओं को देवी दुर्गा का स्वरूप मानकर उनकी पूजा की जाती है और उन्हें भोजन कराया जाता है। शास्त्रों में माना गया है कि कन्या पूजन के बिना नौ दिनों का व्रत अधूरा रहता है, तो आइए यहां कन्या पूजन में किन बातों का ध्यान देना चाहिए? इस आर्टिकल में जानते हैं।
कन्या पूजन की थाली में क्या-क्या शामिल करें
- हलवा: यह प्रसाद का मुख्य हिस्सा है। सूजी का हलवा शुद्ध देसी घी में बनाकर माता को भोग लगाएं और फिर कन्याओं को खिलाएं।
- पूरी: सादी, ताजी और फूली हुई पूरी भोजन में शामिल करें। कुछ क्षेत्रों में मीठी पूड़ी बनाने की भी परंपरा है।
- काले चने: काले चने का प्रसाद कन्या भोज में जरूरी माने जाते हैं। इन्हें बिना प्याज-लहसुन के पकाया जाना चाहिए।
- खीर: कुछ साधक हलवे के साथ या उसके स्थान पर चावल की खीर बनाते हैं। यह भी माता रानी के प्रिय पकवानों में से एक है।
- ताजे फल और मिठाई: भोजन के बाद कन्याओं को केला, सेब या अन्य मौसमी फल व मिठाई दें।
गलती से भी भोग में शामिल न करें ये चीजें
कन्या पूजन का भोजन पूर्ण रूप से सात्विक होना चाहिए, जिसका मतलब है कि उसमें तामसिक चीजें जरा सी भी शामिल नहीं होनी चाहिए। ऐसे में भोग में प्याज और लहसुन, मांस, अंडा, बासी भोजन, बाजार की चीजें और खट्टी चीजें आदि शामिल न करें। ऐसी मान्यता है कि इससे माता रानी रुष्ट हो सकती हैं।
कन्याओं के घर में प्रवेश करने पर जरूर करें यह काम
अष्टमी या नवमी तिथि पर जब कन्याएं आपके घर में प्रवेश करें तो सबसे पहले अपने हाथों से उनके पैर जरूर धोने चाहिए। कन्याओं मां दुर्गा का स्वरूप मानकर ऐसा करने से देवी बहुत प्रसन्न होती हैं और साधक पर उनकी विशेष कृपा बनी रहती है। कन्याओं को पैर धोने के बाद उनके पांव में महावर/आलता भी अवश्य लगाना चाहिए।
कन्याओं को ऐसे कराएं भोजन
घर में प्रवेश करवाने के बाद कन्याओं को बिठाकर भोजन कराना चाहिए और उन्हें अपनी रुचि के अनुसार खाने देना चाहिए। साथ ही, कन्याओं को प्रसाद के तौर पर फल भी जरूर देना चाहिए। इसके लिए आप केला, अनार, सेब आदि फल ला सकते हैं। इस प्रकार कन्याओं को भोजन कराने से बेहद शुभ फल की प्राप्ति होती है।
कन्याओं को ओढ़ाएं लाल चुनरी
मान्यता है कि कन्या पूजन में कन्याओं को लाल रंग के वस्त्र भेंट में देने चाहिए क्योंकि, देवी को यह रंग बेहद प्रिय है। ऐसा संभव न हो पाने पर आप उन्हें लाल रंग की चुनरी भी ओढ़ा सकते हैं। साथ ही, श्रृंगार का सामान जैसे- बिंदी, चूड़ियां, लिपस्टिक आदि भी उपहार के तौर पर देना चाहिए। नौ कन्याओं को मां दुर्गा के नौ स्वरूप मानकर ऐसा करने से देवी बहुत प्रसन्न होती हैं। इससे जातक के घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है।
कन्याओं को जरूर दें ये सामान
अष्टमी या नवमी पर कन्या पूजन में कन्याओं को एक वस्त्र में चावल, सिक्का, दूर्वा, हल्दी की गांठ और एक फूल बांधकर जरूर देना चाहिए। साथ ही, अगर आप कन्याओं को हर साल कोई खास उपहार देते हैं, तो वो भी दे दें। ऐसा करने से मां दुर्गा की विशेष कृपा परिवार के सभी सदस्यों पर बनी रहती है और आपको जीवन के दुखों से राहत मिल सकती है।
कन्या पूजन में जरूर करें ये काम
जब सभी कन्याएं भोजन कर लें और आप उन्हें उपहार आदि दे दें, तब पूरे परिवार के साथ सभी कन्याओं के चरण छूकर प्रणाम करना चाहिए। साथ ही, उनसे आशीर्वाद भी लें। इसके बाद, कन्याओं को अपने घर के द्वार तक छोड़कर आना चाहिए। ऐसा करने से मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है और परिवार का माहौल हमेशा सकारात्मक बना रहता है। साथ ही, घर से जुड़ी समस्याएं भी दूर हो सकती हैं।
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