ईमानदारी और शुभ कर्मों का आध्यात्मिक संकल्प है चोपड़ा पूजा
Chopra Puja, (आज समाज), नई दिल्ली: दीपावली पर की जाने वाली चोपड़ा पूजा नए आरंभ, समृद्धि और शुभ संकल्प का प्रतीक है। यह विशेष रूप से व्यापारियों और नए कार्य शुरू करने वालों के लिए महत्वपूर्ण है, जिसमें नए बही-खातों की पूजा कर श्री गणेशाय नम: या श्री लक्ष्मी नम: लिखा जाता है। मान्यता है कि इससे पूरे वर्ष धन और सौभाग्य बना रहता है। यह पूजा ईमानदारी और शुभ कर्मों का आध्यात्मिक संकल्प भी है। इस वर्ष यह 20 अक्टूबर को होगी, जिसके लिए शुभ मुहूर्त भी बताए गए हैं।

क्या होती है चोपड़ा पूजा

चोपड़ा शब्द का अर्थ होता है बही-खाता या लेखा-पुस्तक। प्राचीन काल से दीपावली के दिन पुराने खातों का समापन कर नए वर्ष के लेन-देन की शुरूआत करने की परंपरा रही है। इसलिए व्यापारी लोग इस दिन अपनी नई बही, डायरी या फाइल की पूजा करते हैं। मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की उपासना के बाद बही पर श्री गणेशाय नम: या श्री लक्ष्मी नम: लिखना अत्यंत शुभ माना जाता है।

मान्यता है कि ऐसा करने से पूरे वर्ष धन, सौभाग्य और समृद्धि का आशीर्वाद बना रहता है। केवल व्यापारी ही नहीं, जो लोग नई योजनाएं या कार्य आरंभ करना चाहते हैं, वे भी इस दिन लेखनी और डायरी पूजकर शुभ शुरूआत कर सकते हैं।

क्या है चोपड़ा पूजा का महत्व

चोपड़ा पूजा केवल व्यापारिक परंपरा नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक संकल्प है। यह पूजा हमें याद दिलाती है कि आने वाला वर्ष ईमानदारी, स्पष्टता और शुभ कर्मों से भरा होना चाहिए। यह लक्ष्मी-गणेश की कृपा से समृद्धि के साथ-साथ विवेक और आत्मविश्वास का भी आशीर्वाद प्रदान करती है।

चोपड़ा पूजा का चौघड़िया मुहूर्त

  • दीपावली इस वर्ष 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार) को मनाई जाएगी। इसी दिन चोपड़ा पूजा का शुभ समय रहेगा।
  • प्रदोष काल जो कि लक्ष्मी पूजन और चोपड़ा पूजा दोनों के लिए सबसे शुभ माना जाता है। यह शाम 5:46 से रात 8:18 बजे तक रहेगा।

इसके अतिरिक्त चौघड़िया मुहूर्त

  • लाभ और अमृत चौघड़िया: दोपहर 3:44 बजे से सांय 5:46 बजे तक रहेगा।
  • चर चौघड़िया: सायंकाल 5:46 बजे से 7:21 बजे तक रहेगा।