शनिदोष से मिलती है मुक्ति
Shanidev Pooja (आज समाज), नई दिल्ली: न्याय के देवता शनिदेव की शनिवार के दिन पूजा करने से शनिदोष से मुक्ति मिलती है। जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। शनिदेव की पूजा शनि मंदिर में जाकर ही करनी चाहिए। एक और बात जो ध्यान में रखनी चाहिए वो ये है कि शनिदेव की पूजा करते समय सिर्फ उनके पैरों को ही देखना चाहिए। कभी भी उनकी आंखों में नहीं देखना चाहिए।

शनिदेव की पूजा विधि

  • शनिवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
  • घर के मंदिर में शनिदेव की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
  • सरसों के तेल का दीपक जलाकर शनिदेव की मूर्ति या चित्र के सामने रखें।
  • शनिदेव को काले तिल, नीले फूल (जैसे अपराजिता या शमी के फूल) सरसों का तेल, काला उड़द, लोहा, और गुड़ अर्पित करें।
  • ॐ शं शनैश्चराय नम: या ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम: मंत्र का 108 बार जाप करें।
  • सुबह पीपल के पेड़ के नीचे जल चढ़ाएं और शाम को सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
  • शनि जयंती के दिन दान-पुण्य करना शुभ माना जाता है, जैसे काले तिल, काला कंबल, या उड़द की दाल किसी जरूरतमंद को दान करें।
  • शमी के पौधे को शनिदेव का प्रिय पौधा माना जाता है, इसलिए शमी के पौधे की पूजा करना भी शुभ है।
  • शनिदेव की पूजा के दौरान शांत और पवित्र व्यवहार बनाए रखें, किसी का अनादर न करें, झूठ न बोलें और किसी को परेशान न करें।

शनिदेव को प्रसन्न करने के कुछ विशेष उपाय

  • शनिवार का व्रत रखें।
  • शनि चालीसा का पाठ करें।
  • शनि स्तोत्र का पाठ करें।
  • शनिदेव के मंत्रों का जाप करें।
  • गरीबों को भोजन कराएं।
    शनि मंदिर में जाकर सरसों का तेल चढ़ाएं।
  • शनिदेव के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
  • पीपल के पेड़ के सात बार परिक्रमा करें।

ये सावधानियां बरतें

  • शनिदेव की पूजा सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद करना शुभ माना जाता है।
  • शनिदेव की पूजा शनिवार के दिन और शनि जयंती के दिन करना विशेष फलदायी होता है।
  • शनिदेव की पूजा सच्चे मन और श्रद्धा से करनी चाहिए।

महिलाओं को कैसे करनी चाहिए शनिदेव की पूजा

हिंदू धर्म शास्त्रों में महिलाओं को शनिदेव की पूजा करना वर्जित नहीं हैं। वो भी शनिदेव की कृपा पाने के लिए उनकी पूजा कर सकती हैं, लेकिन उन्हें कुछ नियमों का पालन करते हुए शनिदेव की पूजा करनी है।

  • शनि देव की पूजा करते समय महिलाओं का उनकी मूर्ति को स्पर्श करना वर्जित है।
  • महिलाओं का शनिदेव की मुर्ति पर तेल चढ़ाना भी मना है। ऐसा करने पर उन पर शनिदेव का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
  • शनिदेव की कृपा पाने के लिए महिलाएं मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जगा सकती हैं।
  • महिलाएं शनिवार के दिन शनि से जुड़ी चीजों जैसे सरसों तेल, काले वस्त्र, काले जूते, लोहे का बर्तन, काली उड़द दाल, काला तिल आदि का दान कर सकती हैं।
  • शनिदेव के मंत्रों का जाप महिलाएं कर सकती हैं। इसके लिए शास्त्रों में किसी तरह की कोई मनाही नहीं है।

ये भी पढ़ें : शनिचरी अमावस्या आज, स्नान दान और पूजापाठ करने से पितर होते है प्रसन्न

ये भी पढ़ें : आज का पंचांग, चंद्रमा सिंह राशि में करेंगे संचरण, इन राशियों का बदलेगा भाग्य