ट्युबरक्युलोसिस का एक घंटे में पता लगाएगा स्मार्ट गैजट

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नई दिल्ली । आईआईटी दिल्ली, जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी और इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च के शोधकर्ताओं ने मिलकर टीबी की जांच के लिए एक स्मार्ट गैजट तैयार किया है। जिसके उपयोग से अब ट्युबरक्युलोसिस (टीबी) यानी तपेदिक की जांच सिर्फ एक घंटे में हो सकेगी और इसपर खर्च भी काफी कम आएगा।

जानकारी के अनुसार इस गैजट का नाम आईएमसी2 टीबीटेस्ट है। शोधकर्ताओं का दावा है कि इसकी मदद से महज एक घंटे में टीबी का पता लगाया जा सकता है यानी पहले की तरह अब टीबी की जांच में चार दिन नहीं का समय नहीं लगाने वाला है। यह स्मार्ट गैजट समय बचाने के साथ-साथ किफायती भी होगा।

इसकी एक और खासियत यह है कि थूक की जांच के लिए नए गैजट में किसी दक्षता या भारी इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत नहीं होगी। गैजट को आईआईटी-दिल्ली के सैयद ई-हसनैन जो जामिया हमदर्द के वीसी हैं,आईआईटी-दिल्ली के रविकृष्णन एलानगोवन और आईसीएमआर के नसरीन एहतेशाम ने मिलकर तैयार किया है।

हसनैन ने बताया, ‘टीबी एक खतरनाक बीमारी है। जब यह शुरुआती स्टेज में होती है तभी इसका पता लगना और उपचार जरूरी होता है। जांच के मौजूदा तरीके में काफी समय लगता है और इच्छित संवेदनशीलता की कमी है। गैजट तैयार करने के प्रॉजेक्ट की लागत करीब 2.28 करोड़ रुपये है और इस पर आईआईटी-आईआईएससी संयुक्त कार्यक्रम के तहत केंद्र से प्राप्त फंड की मदद से काम किया जाएगा।

वहीं जानकारी के अनुसार इस डायग्नोस्टिक किट की कीमत 500 रुपये होगी और एक समय में इससे छह सैंपल्स की जांच की जा सकेगी।

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