Monkey who beckoned women, got life imprisonment, Know what is the secret …: महिलाओं को इशारे कर बुलाने वाले बंदर को उ म्रकैद, जाने क्या है राज…

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इंसानों के गलती करने पर या अपराध करने पर कोर्ट की ओर से सजा मिलते आपने सुना होगा। आजीवन कारावास हो या फांसी तक की सजा भी इसांनों को दी जाती है। यह उनके अपराधों पर निर्भर करता है कि उन्हें क्या सजा दी जाए। लेकिन जब एक बंदर ऐसी हरकतें करने लगे जो बर्दाश्त केबाहर हों तो क्या किया जाए? जी हां कानपुर में एक ऐसा ही बंदर है जो महिलाओं को इशारे से बुलाता है। पुरुषों द्वारा खाना देने पर बर्तन उठाकर फेंक देता है। उसकी अय्याशी का हाल यह कि उसे खाने में गोश्त और मांस चाहिए और पीने के लिए दारू। इशारें कर महिलाओं को अपने करीब बुलाता है और फिर महिलाओंऔर बच्चीयों को काट खाता है। अपने इसी कटखने स्वभाव के कारण उसे सजा दी गई। दरअसल कालिया नाम के इस बंदर की इन हर कतों की वजह से ही कानपुर के चिड़ियाघर प्रशासन ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। दरअसल कानपुर चिड़ियाघर प्रशासन ने , तीन साल में अपना कटखने वाला स्वभाव न बदलने के कारण अब उसे जीवन भर पिंजड़े में ही रहना होगा। कानपुर चिड़ियाघर प्रशासन ने कालिया नाम के बन्दर को आजीवन कारावास की सजा सुना दी है अब जबतक ये जिंदा रहेगा अपनी आखिरी सास तक पिंजड़े से बाहर नहीं निकल सकेगा चिड़िया घर प्रशासन का कहना है तीन साल से हम इसके काटने वाले स्वभाव को बदलने की कोशिश कर रहे थे लेकिन ये नहीं बदला हम इसको अभी भी छोड़ देंगे तो ये जहा भी जाएगा महिलाओ बच्चो को काटने लगेगा इसलिए हमने इसको आजन्म कारावास दिया है ये अपने जीवनभर पिंजड़े में ही रहेगा । पशु चिकित्सा अधिकारी चिड़ियाघर हम इसको तीन साल पहले मिजार्पुर से पकड़ कर लाये थे वहां इसको एक तांत्रिक ने पाला था इसको शराब और मांस का आदी बना दिया था तांत्रिक की मौत के बाद इसने आबादी वाले इलाको में आकर महिलाओ और बच्चियों को काटना शुरू किया मेडिकल रिकार्ड में इसने 250 महिलाओ और बच्चो को अपना शिकार बनाया था इसके काटने से एक बच्ची की मौत भी हो गई थी इसको हम तीन साल पहले पकड़ कर लाये थे दो दिन की मेहनत में इसको पकड़ा था इसने स्वभाव नहीं बदला ये आज भी मेल के खाना देने पर बर्तन फेकता है फीमेल को इसारे से बुलाकर काटने दौड़ता है

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