Updates On Bengaluru Stampede, (आज समाज), बेंगलुरु: पहली बार आईपीएल विजेता बनी रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के जश्न बुधवार शाम को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु स्थित चिन्नास्वामी क्रिकेट स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत के मामले में राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की।

दोनों नेताओं के खिलाफ एफआईआर की मांग

भाजपा नेता आर अशोक ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा है कि दोनों नेताओं के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जाए। भगदड़ में 30 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। आर अशोक ने कहा, इसमें कोई संदेह नहीं है कि चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास भगदड़ में हुई मौतें राज्य प्रायोजित हत्याएं थीं। भाजपा नेता ने आरोप लगाया, आशंका है कि सीएम सिद्धारमैया और डीसीएम डीके शिवकुमार के बीच छिपी लड़ाई क्रेडिट वॉर में बदल गई है, जिसके कारण आरसीबी के जश्न अराजकता हुई है।

भगदड़ के लिए उपमुख्यमंत्री शिवकुमार जिम्मेदार : कुमारस्वामी

केंद्रीय बड़े और भारी उद्योग मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी (H.D. Kumaraswamy) ने कहा है कि कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुई दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ की घटना के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने मांग की कि इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार व्यक्ति को तुरंत कैबिनेट से बर्खास्त किया जाना चाहिए। उन्होंने कर्नाटक में कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह सरकार अहंकारी मूर्खों द्वारा चलाई जा रही है।

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पूरी तरह निष्क्रिय

कुमारस्वामी ने कहा, मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है, लेकिन हमारे पास एक ऐसा मुख्यमंत्री है जो पूरी तरह से निष्क्रिय है। उसका उपमुख्यमंत्री पर कोई नियंत्रण नहीं है। जहां तक गृह मंत्री का सवाल है, तो इस पर चर्चा करने का कोई मतलब नहीं है, वह केवल आदेशों का पालन करता है। अगर उसे बैठने के लिए कहा जाता है, तो वह बैठ जाता है, अगर उसे खड़े होने के लिए कहा जाता है, तो वह खड़ा हो जाता है।

फोटो खिंचवाने के लिए एयरपोर्ट चले गए उपमुख्यमंत्री

विधान सौध के पास राज्य सरकार के सम्मान समारोह का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी ने कहा, जब चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास भगदड़ में चार लोग मारे गए, तब उपमुख्यमंत्री और बेंगलुरु के प्रभारी मंत्री डी.के. शिवकुमार सम्मान समारोह में ऐसे लगे रहे जैसे कुछ हुआ ही न हो। आप ऐसी सरकार को अहंकारी कहने के अलावा और क्या कह सकते हैं? उन्होंने कहा, इससे पहले उपमुख्यमंत्री , जिन्हें मौके पर मौजूद रहकर व्यवस्थाओं की निगरानी करनी चाहिए थी, वे फोटो खिंचवाने के लिए एयरपोर्ट चले गए। “स्टेडियम के पास एंबुलेंस, दमकल या किसी अन्य आपातकालीन सेवा जैसे एहतियाती उपाय नहीं थे, जहां लाखों लोगों के इकट्ठा होने की उम्मीद थी।

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