40 वर्षों बाद 433 गांवों के 1 लाख 25 हजार एकड़ रकबे में सिंचाई सुविधा बहाल हुई
Punjab News (आज समाज), चंडीगढ़। पंजाब की मौजूदा सरकार किसानों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए लगातार प्रयासरत्त है। इसी के चलते किसानों की भलाई के लिए सरकार अनेक परियोजनाओं पर कार्य कर रही है। पंजाब में किसानों के लिए सबसे जरूरी है सिंचाई योग्य पानी की उपलब्धता।
प्रदेश सरकार ने इसी दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए कंडी नहर परियोजना को मुक्कमल किया है। प्रदेश सरकार की इस ऐतिहासिक पहल के चलते राज्य के कंडी क्षेत्र के हजारों किसानों को करीब चार दशकों के लंबे इंतजार के बाद सिंचाई के लिए नहर का पानी मिला है, जो पंजाब के कृषि क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
एरिया के किसानों की लंबे समय से चली आ रही मांग हुई पूरी
जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने कहा कि आप सरकार की पहलों के चलते कई क्षेत्रों में किसानों को लगभग 40 वर्षों बाद नहर का पानी नसीब हुआ है जबकि पिछली सरकारों की गलत नीतियों के कारण किसान इसकी उम्मीद छोड़ बैठे थे। उन्होंने बताया कि कंडी क्षेत्र में नहर के पानी की कमी दूर हुई है।
मुकेरियां हाइड्रल चैनल से निकलने वाली 463 क्यूसेक क्षमता वाली कंडी नहर (तलवाड़ा से बलाचौर), जिसकी लंबाई 129.035 किलोमीटर है, का निर्माण भले ही वर्ष 1998 में पूरा हुआ था और इसी तरह कंडी नहर स्टेज-2 के तहत (होशियारपुर से बलाचौर) तक मुख्य नहर का निर्माण कार्य वर्ष 2016 में पूरा हुआ परंतु ये नहरें खस्ता होने के कारण अक्सर इनमें लीकेज/सीपेज की समस्या बनी रहती थी और ये नहरें अपनी पूरी क्षमता के अनुसार पानी नहीं पहुंचा रही थीं।
उन्होंने बताया कि मान सरकार द्वारा कंडी नहर परियोजना को गंभीरता से लिया गया और पानी को टेलों तक पहुंचाने के लिए लगभग 238.90 करोड़ रुपये की लागत से कंडी नहर नेटवर्क की कंक्रीट लाइनिंग और विकास किया गया। अब कंडी नहर का पानी तलवाड़ा से बलाचौर तक चल रहा है, जो तकरीबन 40 साल बाद टेलों तक पहुंचा है।
इन दो जिलों के किसानों को हुआ फायदा
इससे 2 जिलों होशियारपुर और शहीद भगत सिंह नगर के कुल 433 गांवों को फायदा हुआ है जिससे दसूहा, मुकेरियां, टांडा-उड़मुड़, शाम चौरासी, होशियारपुर, चब्बेवाल, गढ़शंकर और बलाचौर के 1 लाख 25 हजार एकड़ रकबे को पानी मिल रहा है। उन्होंने बताया कि कंडी नहर स्टेज-1 (तलवाड़ा से होशियारपुर) की कंक्रीट लाइनिंग 120 करोड़ रुपये की लागत से पूरी की गई है। नहर के बेहतर कामकाज के लिए नहर के कच्चे खालों को बहाल किया गया और साथ ही कंडी कैनाल स्टेज-1 के अधीन आने वाली 61 किलोमीटर लंबी कुल 11 डिस्ट्रीब्यूटरियों को बहाल करने का काम करवाया गया जिससे होशियारपुर के 203 गांवों के 28500 एकड़ रकबे को लाभ हुआ।
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