- घाटी में में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
Cloudburst In Doda Jammu-Kashmir, (आज समाज), श्रीनगर: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में बादल फटने की घटना कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब प्रदेश के डोडा जिले के भलेसा इलाके में भारी बारिश के बीच बादल फटने की सूचना है। फिलहाल जान के नुकसान की रिपोर्ट्स नहीं है। बताया जा रहा है कि बादल फटने के कारण आई बाढ़ व मलबे में 10 से ज्यादा घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
जिले के थाथरी उप-मंडल में बादल फटने की घटना हुई
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार जिले के थाथरी उप-मंडल में बादल फटने की ताजा घटना हुई है। 2022 में भी जिले के इस इलाके में बादल फटा था। बताया जा रहा है कि ताजा घटना के कारण अचानक तबाही मच गई है। सूत्रों के अनुसार बादल फटने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर मलबा जमा हो गया और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हालांकि, अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। मौके पर राहत व बचाव कार्य जारी है।
हाल ही में किश्तवाड़ और फिर कठुआ में फटा था बादल
इससे पहले हाल ही में किश्तवाड़ और फिर कठुआ में बादल फटा था। किश्तवाड़ में तो करीब 70 लोगों की जान चली गई है। डोडा जिले के थाथरी क्षेत्र के गुंती वन क्षेत्र में 2022 में 9 जुलाई को बादल फटने की घटना हुई थी और इसके कारण अचानक आई बाढ़ मेंकुछ गाड़ियों को मामूली नुकसान पहुंचा थे।
जिले में 2022 में भी फटा था बादल, मामूली नुकसान हुआ था
बता दें कि 2022 में 9 जुलाई को भी डोडा में बादल फटने की घटना हुई थी और इसके कारण अचानक आई बाढ़ में
कुछ गाड़ियों को मामूली नुकसान पहुंचा थे। प्रशासन के अनुसार उस समय जिले के थाथरी क्षेत्र के गुंती वन क्षेत्र में अलसुबह बादल फटने की घटना हुई थी।
घाटी में लगातार हो रही बारिश व लैंडस्लाइड की घटनाएं
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में बड़े पैमाने पर बीते कुछ दिन से लगातार बारिश व लैंडस्लाइड की घटनाएं हो रही हैं जिससे आम जनजीवन बुरी तरह बाधित हो गया है। आज रामबन जिले में कई भूस्खलनों के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-44) पर यातायात ठप हो गया। गिरती चट्टानों के कारण राजमार्ग के कई हिस्से अभी भी अवरुद्ध हैं, जिससे गंभीर खतरा बना हुआ है। डोडा जिले में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते मिट्टी धंसने, भूस्खलन, चट्टानें आदि गिरने से कई सड़कें व राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गए हैं।
जम्मू क्षेत्र के कई जिलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी
अधिकारियों ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इलाके के लोगों व यात्रियों को सलाह दी है कि वे बहुत जरूरी होने पर ही जम्मू-श्रीनगर एनएच-44 से यात्रा करें। जरूरी न हो तो इस रास्ते से न आएं-जाएं। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने रियासी, सांबा, कठुआ, राजौरी व जम्मू समेत जम्मू क्षेत्र के कई जिलों के लिए अब भी भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट और पुंछ, रामबन, डोडा, किश्तवाड़ और कश्मीर के दक्षिणी भागों में मध्यम से भारी/तीव्र वर्षा का अलर्ट जारी किया है। घाटी में में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच जाने के कारण, कई इलाकों में बाढ़ का खतरा है।
जम्मू में सबसे अधिक वर्षा 228.6 मिमी दर्ज
बता दें कि इससे पहले अगस्त में जम्मू में सबसे अधिक बारिश 228.6 मिमी दर्ज की गई थी। 5 अगस्त, 1926 को यहां इतनी बारिश दर्ज की गई थी, जबकि इससे पहले दूसरी सबसे अधिक वर्षा 11 अगस्त, 2022 को 189.6 मिमी दर्ज की गई थी। लगातार हो रही बारिश के कारण जम्मू शहर के कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। लगातार बारिश के कारण कई इलाकों में अतिक्रमित नालों में पानी भर गया और जलभराव हो गया।
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