Ruckus In J&K Assembly, (आज समाज), श्रीनगर: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर विधानसभा की कार्यवाही के दौरान सदन के अंदर आज जोरदार हंगामा हो गया। विपक्षी भाजपा और प्रदेश में सत्तारूढ़ नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) के विधायक आपस में भिड़ गए और स्थिति को देखकर मार्शलों को उन्हें बाहर निकालना पड़ा।
बाढ़ पर चर्चा चाहते थे भाजपा विधायक
सूत्रों के अनुसार भाजपा के विधायक सदन में बाढ़ पर चर्चा चाहते थे जिसकी विधानसभ अध्यक्ष ने अनुमति नहीं दी। इसी पर हंगामा हो गया। सूत्रों ने बताया कि आज जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, भाजपा के नेता खड़े होकर प्रश्नकाल निलंबित करने की मांग करने लगे। वे जम्मू के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों पर सदन में आधा घंटा चर्चा की मांग कर रहे थे।
अध्यक्ष ने की प्रश्नकाल चलने देने की अपील
अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर ने भाजपा विधायकों की मांग की अनदेखी कर उनसे प्रश्नकाल चलने देने की अपील की, लेकिन विपक्षी के सदस्य नहीं माने और वह अपनी मांग पर अड़े रहे। हंगामा बढ़ने पर किश्तवाड़ से भाजपा एमएलए शगुन परिहार वेल की तरफ बढ़ने लगीं। महिला वॉच एंड वार्ड स्टाफ ने शगुन परिहार को आगे बढ़ने से रोक दिया। इस बीच भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुरिंदर कुमार और आरएस पठानिया ने आसन में कूदने की कोशिश की। हालांकि वहां मौजूद मार्शलों ने उन्हें हटा दिया।
बुधवार को भी हुआ था सदन में हंगामा
जम्मू-कश्मीर की उमर सरकार पंचायती राज, मज़दूर कल्याण, कोऑपरेटिव और किराएदारी सुधार से जुड़े चार अहम बिल पास करने की तैयारी कर रही है। बुधवार को सदन में तब हंगामा हुआ जब राज्य चुनाव आयुक्त की उम्र सीमा 65 से बढ़ाकर 70 साल करने वाला एक बिल पेश किया गया। जम्मू और कश्मीर टेनेंसी बिल 2025 – इस बिल का मकसद एक रेंट अथॉरिटी बनाना है जो किराए की प्रॉपर्टीज़ को रेगुलेट करेगी और मकान मालिकों और किराएदारों के अधिकारों की रक्षा के लिए तुरंत न्यायिक सिस्टम देगी। यह बिल शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों में किराएदारी संबंधों में ट्रांसपेरेंसी और बराबरी ला सकता है।
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