- रक्तदान करने से शरीर को कई तरह के भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं : डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण मिड्ढा
- शिविर में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों के लोगों ने रक्तदान कर की मिसाल कायम
Jind News(आज समाज) जींद। नागरिक अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला द्वारा अपने स्व. पिता दौलतराम व माता शाणी देवी की स्मृति में शुक्रवार को हिंदू कन्या महाविद्यालय के सामने सेवा सदन में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों के लोगों ने एकसाथ रक्तदान कर जहां मिसाल कायम की वहीं शहर के समाजसेवियों, चिकित्सकों, गणमान्य लोगों ने भी बढ़चढ़ कर भाग लिया और रक्तदान किया। शिविर में रक्तदान को लेकर इतना उत्साह था कि एक-एक कर 151 रक्त यूनिट एकत्रित हो गई।
शिविर आयोजक डॉ. भोला व उनके परिवार के सदस्यों ने भी रक्तदान किया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पूरी तन्मयता से अपनी डयूटी निभाई रक्त का संग्रहण किया। रक्तदान शिविर की खास बात यह रही कि इसमें न कोई मुख्यअतिथि था और न ही कोई विशिष्ठ अतिथि। हर कोई आमजन की तरह रक्तदान शिविर में पहुंचा और रक्तदान किया।
तनाव कम होता है वहीं भावनात्मक स्वास्थ्य में सुधार
शिविर में रक्तदाताओं का हौंसाल बढ़ाते हुए डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण मिड्ढा, सीएमओ डॉ. सुमन कोहली, जयभगवान बैरागी, सीता राम, मुकेश राठोड़, सुभाष अनेजा, राजकुमार गोयल, राजकुमार भोला, विनोद कुमार, कमलेश, सीमा भोला, ऊषा, रितेन, अर्षति, सुरेंद्र चौहान, शिवचरण शर्मा ने कहा कि रक्तदान करने से शरीर को कई तरह के भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं।
इससे जहां तनाव कम होता है वहीं भावनात्मक स्वास्थ्य में सुधार होता है। सभी मुख्यअतिथियों ने रक्तदाताओं की हौंसलाअफजाही करते हुए कहा कि ब्लड डोनेशन के दौरान शारीरिक जांच होती है जिससे अपने स्वास्थ्य के बारे में पता चलता है। नेगेटिव भावनाओं से छुटकारा पाने में मदद मिलती है।
कन्या भ्रूण हत्या न करने को लेकर भी शपथ दिलाई गई
डॉ. भोला की पत्नी सीमा भेला, बेटे कार्तिक भोला, बहन कमलेश, ऊषा, रितेन ने कहा कि रक्तदान करने से किसी का बहुमूल्य जीवन बचाया जा सकता है। रक्तदान एक महादान है तथा मानव को अपने जीवन में रक्तदान कर पुण्य कमाना चाहिए। शिविर के आयोजक डिप्टी एमएस डॉ. राजेश भोला, सीमा भोला ने कहा कि रक्तदान शिविर में जहां रक्तदाताओं को रक्तदान करने के लिए सम्मानित किया गया वहीं कन्या भ्रूण हत्या, पर्यावरण संरक्षण, अधिक से अधिक मतदान व कन्या भ्रूण हत्या न करने को लेकर भी शपथ दिलाई गई है। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने से शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। रक्तदान से बड़ा कोई पुण्य का कार्य नहीं है और हर व्यक्ति खासकर युवाओं को रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए।