• नही हो पाया गर्भतवी महिलाओं का आरसीएच नंबर जनरेट, एनसीडी, शुगर, बीपी मरीजों की एंट्री हुई बंद

Jind News(आज समाज) जींद। स्वास्थ्य विभाग के एमपीएचडब्ल्यू कर्मियों ने शनिवार को ऑनलाइन काम छोड़ हड़ताल पर रहे। एमपीएचडब्लयू द्वारा ऑनलाइन एंट्री न होने के चलते गर्भवती महिलाओं का रजिस्ट्रेशन के बाद आरसीएच नंबर नही मिल पाया। जिला में अल्ट्रासाउंड के लिए आरसीएच नंबर जरूरी किया गया है।

इसके अलावा एमपीएचडब्ल्यू कर्मियों ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित किए जा रहे कई तरह के ऑनलाइन एप कार्यक्रमों एंट्री नही की। स्वास्थ्यकर्मियों ने साफ चेताया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नही होती ऑनलाइन काम का बहिष्कार किया जाएगा। ऑनलाइन काम के बहिष्कार की जानकारी एमपीएचडब्ल्यू द्वारा पहले ही स्वास्थ्य अधिकारियों के माध्यम से ज्ञापन सौंप कर स्वास्थ्य विभाग को करवा दी थी।

ऑनलाइन स्वास्थ्य पोर्टलों पर कार्य ठप

बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन के राज्य प्रेस सचिव संदीप कुंडू ने कहा कि  एमपीएचडब्ल्यू वर्ग अनमोल, निश्चय, एमसीडी, निरोगी हरियाणा, यूविन,  एनीमिया मुक्त भारत, आईएचआईपी, आशा पे एप और आभा कार्ड जनरेशन जैसे विभिन्न कार्यक्रमों में अलग-अलग कर्मचारियों की नियुक्ति के बावजूद रिपोर्टिंग और डेटा अपलोड करते हैं। पूर्व नोटिस अनुसार 25 अक्टूबर शनिवार से ऑनलाइन स्वास्थ्य पोर्टलों पर कार्य ठप कर दिया है। सरकार द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों के लिए नियुक्त कर्मचारियों की जवाबदेही तय किए बगैर सारा ऑनलाइन कार्य एमपीएचडब्ल्यू वर्ग के कंधों पर डाल दिया गया था।

उस विषय पर सरकार से बार-बार पत्राचार किया गया लेकिन कोई संज्ञान नहं लिया गया। जिसके चलते एसोसिएशन ने सरकार को सूचना देते हुए ऑनलाइन स्वास्थ्य पोर्टलों के बहिष्कार का ऐलान किया था। इस ऐलान के बाद अनमोल पोर्टल, एनसीडी,  यूवीन, आशा पे एप, आभा कार्ड, निक्षय पोर्टल, डिजीज सर्वेलेंसएएनीमिया मुक्त भारतएसुरक्षित नारी सुरक्षित परिवार पोर्टल सहित तमाम ऑनलाइन स्वास्थ्य पोर्टल पर कार्य रोक दिया गया है।

200 एमपीएचडब्ल्यू हड़ताल पर

एसोसिएशन के राज्य महासचिव सहदेव आर्य ने बताया कि जबतक सरकार द्वारा पहले नियुक्त कर्मचारियों की जवाबदेही तय नही की जाती, अतिरिक्त कार्य के लिए मानव संसाधन ऑपरेटर की नियुक्ति नहीं की जाती व जरूरी संसाधन लैपटॉप एटैबलेट व इंटरनेट की सुविधा नहीं दी जाती प्रदेशभर में ऑनलाइन स्वास्थ्य पोर्टलों का बहिष्कार जारी रहेगा और आमजन को होने वाली परेशानी की पूर्ण जिम्मेदारी सरकार एवं विभाग की होगी।

डिप्टी सीएमओ डॉ. विजेंद्र ढांडा ने कहा कि एमपीएचडब्ल्यू द्वारा ऑनलाइन डाटा फीड का शनिवार को फिलहाल कोई असर नही रहा है। पूरी रिपोर्ट एक महीने में ही कंपाइल होती है। लगभग 200 एमपीएचडब्ल्यू हड़ताल पर थे। जब रिपोर्ट कंपाइल होगी, तभी पता चलेगा कि कोई काम प्रभावित हुआ है या नहीं।

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