Jind News (आज समाज) जींद। नागरिक अस्पताल में चिकित्सक के अपनी सीट पर ना होकर पर्ची काटने वाले कैबिन के अंदर से ही मरीज को पूछ कर बिना किसी प्रथमिक उपचार के सीधा दवाई लिख दी। बाकायदा अधिवक्ता के साथ दुव्र्यवहार भी हुआ। अधिवक्ता ने मामले की शिकायत सीएमओ से की है।

अर्बन एस्टेट निवासी अधिवक्ता शुभम जयहिंद ने बताया कि रात्रि करीब दो बजे उनके छोटे भाई एडवोकेट राहुल गंगोरिया को एमरजेंसी कमर दर्द एवं साथ में बुखार हो गया था। जिसको दिखाने हम रात को ही नागरिक अस्पताल में पहुंचे। करीब 2 बजकर 21 मिनट पर पर्ची कटवाने पर्ची काउंटर पर पहुंचे तो पर्ची कैबिन में अंदर तीन व्यक्ति बैठे थे। जिनमें से एक व्यक्ति ने उनसे मरीज का नाम, उम्र एवं समस्या पूछी तो उन्होंने नाम राहुल, उम्र 25 एवं समस्या कमर दर्द एवं साथ में बुखार बताया। उन्होंने मुझे ओपीडी पर्ची काट कर सीधा स्टाफ  से मिलने को कहा।

डाक्टर ने मरीज को देखा तक नही और ना ही कोई प्रथमिक उपचार किया गया

वो जैसे ही अंदर आपातकाल डॉक्टर के कैबिन में पहुंचे तो अंदर एक नर्स थी। जिसको पर्ची दी। जिस पर नर्स द्वारा बताया गया कि डाक्टर पर्ची वाले केबिन में हैं। उन्होंने लिख तो दी इस पर दवाई। मैने कहा कि उन्होंने केवल खिड़की से पूछा है, डाक्टर ने मरीज को देखा तक नही और ना ही कोई प्रथमिक उपचार किया गया है। उन्होंने नर्स से पूछा कि डाक्टर को यहां पर मरीजों को देखना चाहिए या पर्ची कैबिन में तो।

नर्स ने भी बड़े गुस्से में बोला कि तुम्हें दिखाने से मतलब है, तो मै तुरंत पर्ची कैबिन में वापस गया और मैने पर्ची कैबिन में बैठे तीनों लोगों से पूछा कि आप तीनों में डाक्टर कौन है तो उनमें  से एक बड़े अकड़ में बोला हां मंै हुं बोलो क्या करना है। बावजूद इसके मैने नम्रतापूर्वक नाम पूछा तो उसने फिर अक्कड़ के बोला कि नवीन डाक्टर। मैं वहां से ये सब पूछ कर चला गया। एडवोकेट शुभम ने कहा कि चिकित्सकों को जब केबिन दिए गए हैं तो वो पर्ची केबिन में मरीजों की खिड़की से बीमारी के बारे में पूछ कर सीधा लिखकर क्यों दे रहे हैं।

डाक्टर नवीन एवं नर्स के खिलाफ  तुरंत विभागीय एवं कानूनी कार्रवाई

अगर डाक्टर को मरीज अगर पर्ची केबिन में ही देखना है तो उनको केबिन क्यों दिए गए हैं। क्या चिकितसक को मरीजों से दुव्र्यवहार का लाइसेंस दिया गया है। इसलिए रात्रि की सीसी टीवी फुटेज को निकलवा कर देखें कि डाक्टर पर्ची केबिन में आखिर मरीजों को क्यों देख रहे थे और वो भी केवल खिड़की से बीमारी का पूछ कर वो सीधा दवाई लिख कर स्टाफ  से मिलने को बोल रहे थे।

अगर इस दौरान मरीज के साथ कोई अनहोनी होती तो, इसकी जिम्मेवारी कौन लेता। इसलिए डाक्टर नवीन एवं नर्स के खिलाफ  तुरंत विभागीय एवं कानूनी कार्रवाई की जाए। सीएमओ डा. सुमन कोहली ने बताया कि मामला संज्ञान में नही आया है। अगर ऐसा हुआ है तो मामले की जांच करवाई जाएगी। मरीजों उनके तिमारदारों के साथ दुव्र्यवहार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जाएगा।

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