- मांगों को लेकर डिप्टी स्पीकर को सौंपा ज्ञापन
Jind News (आज समाज) जींद। जींद, करनाल और कैथल से आए मनरेगा मेट और मजदूरों ने मंगलवार को हरियाणा विधानसभा उपाध्यक्ष डा. कृष्ण मिड्ढा के आवास पर प्रदर्शन किया। ये प्रदर्शन मनरेगा मेट एवं मजदूर यूनियन हरियाणा के बैनर से आयोजित हुआ। प्रदर्शन से पहले नेहरू पार्क में मनरेगा मजदूरों की सभा की अध्यक्षता राज्य प्रधान रमेशचंद्र ने की तथा संचालन राज्य सचिव नरेश कुमार ने किया। नेहरू पार्क से प्रदर्शन शुरू करके रानी तालाब रुपया चौक होते हुए दो किलोमीटर की दूरी तय करके मनरेगा मजदूर डिप्टी स्पीकर के निवास पर पहुंचे।
जहां पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों को बेरिकेडिंग लगाकर रोक लिया। जहां गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मनरेगा मेट एवं मजदूर यूनियन हरियाणा के महासचिव विनोद कुमार, सीटू सचिव कपूर सिंह, खेत मजदूर नेता प्रकाशचन्द्र, रमेश चन्द्र ने कहा कि देश में बड़े आंदोलनों के बाद तथा लाल झंडे वाली वामपंथी पार्टियों के दबाव में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौरान देश की लोकसभा में 2005 में मनरेगा का कानून बनाया गया था। जिसको पहले चरण में देश के कुछ जिलों में तथा 2008 में पूरे देश में लागू किया गया।
20 साल बाद भी मनरेगा के मजदूरों को काम मांगने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है
लेकिन दुर्भाग्य से आज तक भी इस कानून को लागू नहीं किया गया। आज 20 साल बाद भी मनरेगा के मजदूरों को काम मांगने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ता है। मजदूर नेताओं ने कहा कि मनरेगा को बचाने के लिए संगठित होकर पूरे प्रदेश में आंदोलन को तेज किया जाएगा और काम देने के लिए ब्लॉक स्तर पर बीडीपीओ दफ्तरों पर आंदोलन शुरू करेंगे तथा काम ना देने पर बीडीपीओ के खिलाफ बेरोजगारी भत्ता देने के लिए लेबर कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे लेकिन मनरेगा को मरने नहीं देंगे।
उन्होंने मांग की कि हरियाणा सरकार द्वारा बंद किए सभी 17 तरह के काम बंद शुरू किया जाए। मनरेगा मजदूरों की जियो टैग से हाजिरी बंद हो और काम की साइट पर ऑफलाइन हाजिरी लागू हो। मनरेगा में 200 दिन का काम और 800 रुपये मजदूरी लागू हो। सभी गांवों में मनरेगा मजदूर महिलाओं का लाडो लक्ष्मी योजना में कवर करके 2100 रुपये प्रति माह दिया जाए। सभी गांवों में मनरेगा मेट को अति कुशल मजदूर का दर्जा दिया जाए व सभी मेटों की बकाया मजदूरी का तुरंत भुगतान हो।
आने-जाने का किराया भत्ता दिया जाए तथा स्मार्ट फोन व नेट रिचार्ज का खर्चा दिया जाए
मेटों को बीआईपीओ कार्यालय तक विभाग के काम के लिए आने-जाने का किराया भत्ता दिया जाए तथा स्मार्ट फोन व नेट रिचार्ज का खर्चा दिया जाए। गांव से पांच किलो मीटर दूर काम पर जाने पर मिलने वाली 10 प्रतिशत अतिरिक्त मजदूरी का भुगतान हो। मजदूरों के हाजिरी कार्ड दिया जाए और काम को रोजाना हाजिरी कार्ड पर दर्ज किया जाए। मनरेगा मजदूरों के बीपीएल कार्ड बनाकर सभी जरूरी वस्तुएं सस्ते रेट पर दी जाएं। मनरेगा मेट मजदूरों को श्रम कल्याण बोर्ड में कवर करके सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाए।
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