• अस्पताल बना रहा छावनी, पुलिसबल रहा तैनात
  • पुलिस की छह टीमें हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए कर रही छापेमारी

(Jind News) जींद। गांव खरकरामजी निवासी शराब ठेकेदार विरेंद्र उर्फ बिंद्र का पोस्टमार्टम कार्रवाई पूरी करने के बाद लगभग 18 घंटे बाद अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले अस्पताल परिसर में जब तक विरेंद्र का शव मौजूद रहा तब तक पुलिसबल तैनात रहा। हर संदिग्ध की यहां गहनता से पूछताछ की गई और गाड़ी चालकों से पूछताछ की गई। सदर थाना पुलिस ने आठ लोगों को नामजद कर कुछ अन्य के खिलाफ  हत्या सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर छह टीमों का गठन किया है। पुलिस मामले की हर एंगल से जांच में जुटी है। घटना को गैंगवार से जोड़कर देखा जा रहा है।

गौरतलब है कि शुक्रवार देर शाम को गांव खरकरामजी निवासी शराब ठेकेदार वीरेंद्र उर्फ बिंद्र शराब ठेके पर था। तभी कार सवारों ने विरेंद्र पर फायरिंग कर दी। वारदात को अंजाम देकर हत्यारे मौके से फरार हो गए। ग्रामीणों ने हत्यारों का पीछा किया तो हत्यारे कार से उतर कुछ दूर पैदल भागे। इसके बाद रास्ते में दो राहगीरों से असलहा के बल पर बाइकें छीनी। पुलिस ने पूरे क्षेत्र की नाकाबंदी कर सर्च अभियान भी चलाया लेकिन हत्यारों का सुराग नही लगा। विरेंद्र को गंभीर हालत में नागरिक अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

अस्पताल बना पुलिस छावनी, हर संदिग्ध पर नजर

विरेंद्र की हत्या के बाद शव को नागरिक अस्पताल के शव गृह में रखवाया गया। शनिवार को मृतक के शव का एक्स-रे व अन्य जंच करवाई गई। घटनास्थल से पुलिस 12 से 13 खोल बरामद किए। जबकि मृतक ठेकेदार वीरेंद्र उर्फ  बिंद्र के शरीर पर पांच से छह गोलियां लगी थी।  मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल परिसर को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया था। हर संदिग्ध पर पुलिस नजर रख रही थी।

गैंगवार से जोड़ कर देख रही पुलिस मामले को

खरकरामजी के शराब ठेकेदार विरेंद्र की हत्या को गैंगवार से जोड़ कर देखा जा रहा है। जिस तरह शुक्रवार को शराब ठेकेदार को बदमाशों ने निशाना बनाया और उसकी हत्या कर दी। लगभग चार साल पहले भी शराब ठेके पर ही एक युवक की हत्या की गई थी। पुलिस वीरेंद्र की हत्या को उसी घटना से जोड़ कर देख रही है। वहीं वीरेंद्र का भाई भी हत्या के मामले में जेल में बंद है।

जेल में बंद भाई को दाह संस्कार में शामिल होने की कही बात

पोस्टमार्टम कार्रवाई के दौरान परिजनों ने मृतक के जेल में बंद भाई को दाह संस्कार में शामिल होने की बात कही। मृतक के परिजन बार-बार यह बात कहते रहे। बाद में परिजन बिना किसी मांग के मृतक के शव को लेकर गांव चले गए। गांव में भी दाह संस्कार के दौरान पुलिसबल तैनात रहा और खूफिया एजेंसियां नजर बनाए रही।

खरकरामजी में दहशत का माहौल

शराब ठेकेदार विरेंद्र पर हुई फायरिंग की घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल है। हालांकि अस्पताल में मौजूद कोई भी ग्रामीण कुछ नही बोला। सब चुपचाप खड़े रहे। किसी से कुछ पूछने की कोशिश की जाती तो वो दूर चले जाते।

हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की छह टीमों का गठन : डीएसपी

डीएसपी जितेंद्र राणा ने कहा कि आपसी रंजिश के चलते हत्या की गई है। शराब ठेकेदार की हत्या के मामले में आठ लोगों को नामजद कर कुछ अन्य पर मामला दर्ज कर लिया गया है। हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की छह टीमों का गठन किया गया है, जो संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।

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