• माजरा खाप पंचायत ने पंचायत कर भाईचारा बनाए रखने की करी अपील

Jind News(आज समाज) जींद। गांव हैबतपुर सचिवालय में मंगलवार को माजरा खाप पंचायत की पंचायत प्रधान गुरविंदर सिंह संधू की अध्यक्षता में हुई। पंचायत ने आईपीएस वाई पूरन कुमार की मृत्यु पर दुख व्यक्त किया। पंचायत में आईपीएस की मौत को लेकर माजरा खाप पंचायत ने हरियाणा सरकार को कठघरे में खड़ा किया और कहा कि सरकार बताए वो इस मामले को सुलझाने के लिए किस बात का इंतजार कर रही है। ऐसे लगता है कि सरकार जातिय दंगें का इंतजार कर रही है ताकि मूल मुद्दे से ध्यान भटक जाए।

खाप पंचायतें व सभी समाज ऐसा नहीं होने देंगे। माजरा खाप पंचायत के प्रधान गुरविंदर सिंह संधू और सचिव महेंद्र सिंह सहारण ने कहा कि जब मृतक अधिकारी अपने नोट में जो नाम लिखे गए हैं और अंतिम बयान उन्हें सरकार क्यों नहीं मान रही है। जब कि कानून ऐसे मानता है। इस नोट में 15 अधिकारीयों के अलावा दो मुख्यमंत्री, गृह मंत्री अनिल विज को भी लपेटा गया है। उनसे भी वाई पूरन कुमार ने फरियाद की है। एससी-एसटी आयोग से भी अपनी तकलीफ सांझा की थी। किसी ने उनकी सुनवाई नही की।

जनता संतुष्ट नही

उन्होंने कहा कि सरकार बड़े-बड़े अधिकारियों को बचाना चाहती है ओर एक छोटी मछली को बलि का बकरा बनाना चाहती है। एक सबसे बड़े व एक सबसे छोटे अधिकारी को फंसा कर सरकार साफ  बचना चहाती हैं और जातियों को लड़वाना चहाती है। इससे जनता संतुष्ट नही हो सकती है। नोट में शामिल नामों की जांच करवाई जाए और जाति-पाति, धर्म, महजब से ऊपर उठ कर कार्रवाई करे।

सिटिंग जज की अध्यक्षता में कमेटी का करे गठन

प्रवक्ता समुद्र सिंह फोर ने कहा कि सरकार ने जो एसआईटी का गठन किया है। यह सही नही है। जूनियर अधिकारी कैसे सीनियर अधिकारियों की जांच करेंगे। यदि सरकार वास्तव में ईमानदारी से मामले का हल करना चहाती हैं तो सिटिंग जज की अध्यक्षता में कमेटी का गठन करे और समय सीमा निर्धारित करे। उन्होंने सभी समाजों से खाप पंचायतों से निवेदन किया कि वो संयम बरतें और भाईचारा कायम रखकर न्याय के पक्षधर बनें।

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