• सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट, दुश्मनों को फाइनेंशियल स्पोर्ट कर रहा था
  • पोस्ट को लेकर तथ्यों को खंगालने में जुटी पुलिस, पुलिस ने चार संदिग्धों को हिरासत में लिया

(Jind News) जींद। गांव खराकरामजी में गत 20 जून शुक्रवार शाम को शराब ठेकेदार वीरेंद्र उर्फ  बिंद्र की गोलियां मार कर की गई हत्या की जिम्मेवारी गैंगस्टर रोहित गोदारा-गोल्डी बराड़ ने ली है। रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर कहा है कि जींद में वीरेंद्र उर्फ  बिंद्र की हत्या हुई है, इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी हम लेते हैं। ये हमारे दुश्मनों को फाइनेंशियल सपोर्ट कर रहा था। इसको हमारे भाई रोहित राणा ने अपने हाथों से मारा है। ये हमारे भाई दीपेंद्र राठी जो जेल में बैठा है,  उसका खास दुश्मन था। इसने अभी जेल में दीपेंद्र के साथी भाई विनित पर और रोहित राणा पर बाहर हमला करवाया था।

विनित अभी अस्पताल में दाखिल है। ये (बिंद्र) हमारे दुश्मनों के साथ मिलकर हमारे भाइयों का नुकसान कर रहा था। दुश्मन था, इसलिए वारदात को हमने अंजाम दे दिया। अभी भी जो भी हमारी खिलाफत में लगे हैं, समय रहते सुधर जाओए नहीं तो फिर अपनी अर्थी अपनी घर की चोखट पर तैयार रखना, कभी भी उठ सकती है। साथ ही 20 सेकेंड की क्लीप भी डाली गई है, इसमें तीन युवक बिंद्र पर गोलियां चलाते नजर आ रहे हैं। साथ में दीपेंद्र राठी, रोहित राणा, डेविड रामराये को टैग किया गया है।

तीन अन्य के खिलाफ  मामला दर्ज किया

सदर थाना पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों राकेश मिड्ढा नगूरां, जितेंद्र राठी, अजय नीलमा, कमला, कर्मपाल, सुमित,  सोनू, अनिल को नामजद कर तीन अन्य के खिलाफ  मामला दर्ज किया है। डीएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमों का गठन किया है। वहीं पुलिस का मानना है कि नाम भुनाने और नामों को प्रमोट करने को लेकर पोस्ट डाली गई है। फिर भी पोस्ट की जांच कर रही है। वीरेंद्र की हत्या के पीछे शराब कारोबार नही बल्कि उनकी रंजिश रही है। पुलिस ने हत्यारों की पहचान भी कर ली है। पुलिस ने चार संदिग्ध लोगों को पूछताछ के हिरासत में भी लिया है।

यह था पूरा मामला

गत 20 जून शुक्रवार देर शाम को खरकरामजी गांव निवासी वीरेंद्र उर्फ बिंद्र ठेकेदार शराब ठेके पर बैठा हुआ था। तभी गाड़ी में सवार तीन लोग आए और आते ही बिंद्र पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी थी। हमलावर अपनी कार छोड़ तीन बाइकें छीन कर फरार हुए। शनिवार को 18 घंटे बाद मृतक वीरेंद्र के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। गांव में भी पुलिसबल तैनात किया गया है। सदर थाना पुलिस ने आठ लोगों को नामजद कर कुछ अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

डीएसपी जितेंद्र राणा ने कहा कि हत्यारोपितों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की पांच टीमों का गठन किया गया है। छापेमारी की जा रही है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। डीएसपी ने कहा कि ये इनकी आपस की रंजिश थी, इसी में फायरिंग कर हत्या की गई है। एसपी कुलदीप सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट की हर एंगल से जांच की जा रही है। अपराधिक नामों को प्रमोट की कोशिश भी हो सकती है। वीरंेद्र की हत्या रंजिश के चलते की गई है। वीरेंद्र पर दस अपराधिक मामले दर्ज थे। हत्यारों की पहचान हो चुकी है। टीमें लगातार छापेमारी कर रही है। जल्द आरोपित पुलिस की पकड़ में होंगे।

चार लोगों को राउंडअप किया : डीजीपी शत्रुजीत कपूर

डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि उन्होंने खरकरामजी केस की डिटेल जानी है। उसमें सीआईए व अन्य टीमें लगी हुई हैं। चार लोगों को राउंडअप किया गया है। जल्द ही अन्य लोगों को पकड़ लिया जाएगा। रंजिशन हमला किया गया है। मृतक का भाई जेल में है। जल्द ही अन्यों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। जींद जिला के ठेकों की नीलामी पूरी हो चुकी है और ठेकों की कोई रंजिश सामने नही आई है।

जल्द से जल्द हत्यारोपित सलाखों के पीछे होंगे। जो लोग जमानत पर आने के बाद अपराध करते हैं, उसके लिए फैसला लिया है कि बेल को कैंसलेशन लगाते हैं। नशा मुक्त अभियान को आगे बढ़ाया जा रहा है। साइबर मामलों में 50 प्रतिशत की कमी आई है।

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