- दीक्षांत समारोह केवल डिग्री प्राप्त करने का नहीं, जीवन के नए अध्याय की शुरुआत का अवसर : वीरेंद्र बड़खालसा
(Jind News) जींद। राजकीय महाविद्यालय का 55वां दीक्षांत समारोह प्राचार्य डॉ. सत्यवान मलिक की अध्यक्षता में मनाया गया। बुधवार को मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री के ओएसडी वीरेंद्र सिंह बडख़ालसा और विशिष्ट अतिथि सीआरएसयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ. नीरज सिंह ने शिकरत की।
दीक्षांत समारोह में 215 स्नातकोत्तर और 370 स्नातक विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गई। एमए हिंदी में मोनिका, पीजीडीसीए में मौसम, एमए अर्थशास्त्र में कपिल व प्रीति, बीएससी बायोटेक में अंशु, रवीना व ईशु, बीएससी मेडिकल में तनिष्का, बीएससी नॉन मेडिकल में प्रियांशु सिंगला व मोनी और बीकॉम में तमन्ना को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए।
दीक्षांत समारोह केवल डिग्री प्राप्त करने का नहीं, बल्कि जीवन के नए अध्याय की शुरुआत का अवसर
मुख्य अतिथि वीरेंद्र सिंह बडख़लसा ने कहा कि दीक्षांत समारोह केवल डिग्री प्राप्त करने का नहीं, बल्कि जीवन के नए अध्याय की शुरुआत का अवसर है। आपने जो ज्ञान अर्जित किया है, अब उसका उपयोग राष्ट्र और समाज की सेवा में करें। उन्होंने कहा कि डिग्री केवल कागजों तक ही सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि आपके आचरण और चरित्र में भी झलकनी चाहिए। जीवन में अनुशासन आवश्यक है और प्रत्येक नागरिक की देश के प्रति जिम्मेदारी है।
मैं नहीं करूंगा तो कौन करेगा यह व्यक्तिगत जिम्मेदारी का भाव ही हमारे सच्चे शिक्षित होने का प्रमाण है। उन्होंने कविता के माध्यम से जल संरक्षण और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेने का संकल्प दिलाया। विशिष्ट अतिथि डॉ. नीरज सिंह ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान अर्जन नहीं, बल्कि विचार और व्यवहार में समरूपता लाना है।
जब व्यक्ति में ईमानदारी, उत्तरदायित्व और संवेदनशीलता जैसे गुण विकसित होते हैं, तभी वह सही मायने में शिक्षित कहलाता है और समाज में सकारात्मक योगदान दे पाता है। इस अवसर पर उप प्राचार्य मुनीष कुमार, डॉ. सतीश मलिक और डॉ. भगवान दास भी मौजूद रहे
यह भी पढ़ें : Jind News : ऑपरेशन सिंदूर के बाद डिप्टी स्पीकर बोले : आतंकियों, आकाओं को उन्हीं की भाषा में जवाब