- अधिकारी फील्ड में रह कर करें सतर्क निगरानी : प्रदीप डागर
Jind News(आज समाज) जींद। लघु सचिवालय स्थित सभागार में बुधवार को पराली जलाने की घटनाओं की रोकथाम के लिए बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एचएसपीसीबी) के सदस्य सचिव प्रदीप डागर ने की। सदस्य सचिव एचएसपीसीबी प्रदीप डागर ने बैठक में कहा कि आने वाले सात-आठ दिन अत्यंत महत्वपूर्ण (क्रूशियल पीरियड) रहेंगें। इस दौरान सभी अधिकारी फील्ड में सक्रिय रूप से रहकर सतर्क निगरानी सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि जिले में किसी भी स्थिति में पराली जलाने का एक भी मामला सामने नहीं आना चाहिए।
कोई भी व्यक्ति पराली न जलाए
सदस्य सचिव ने कहा कि रेड जोन में चिन्हित सभी गांवों पर विशेष निगरानी रखी जाए और पुलिस विभाग निरंतर पेट्रोलिंग व्यवस्था बनाए रखे ताकि कोई भी व्यक्ति पराली जलाने का साहस न कर सके। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि कोई व्यक्ति पराली जलाने का प्रयास करता है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाए ताकि अन्य किसानों में भी रोकथाम का संदेश जाए। बैठक में उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि जिले में लगभग 80 प्रतिशत फसल कटाई का कार्य पूर्ण हो चुका है और अब इसका अंतिम चरण चल रहा है।
उन्होंने उपनिदेशक कृषि डॉ. गिरीश नागपाल को निर्देशित करते हुए कहा कि वे अपने क्षेत्राधिकार में सभी कृषि अधिकारियों को सतर्क रखें और सुनिश्चित करें कि पराली प्रबंधन से संबंधित सभी गतिविधियां प्रभावी ढंग से क्रियान्वित की जा रही हैं। उपायुक्त ने कहा कि किसानों को आवश्यकता अनुसार पराली प्रबंधन के लिए मशीनें उपलब्ध कराई जाएं ताकि उन्हें पराली जलाने की आवश्यकता न पड़े। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में डीएसपी स्तर के अधिकारियों के साथ समन्वय बना कर फील्ड में तत्परता दिखाएं तथा पराली जलाने के किसी भी मामले पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करें।
पराली जलाना न केवल पर्यावरण को हानि पहुंचाता है बल्कि मिट्टी की उर्वरता भी घटाता है
उपायुक्त ने कहा कि प्रशासन का लक्ष्य श्जीरो स्टबल बर्निंग केसश् प्राप्त करना है। जिसके लिए प्रत्येक अधिकारी को सक्रिय भूमिका निभानी होगी। उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने किसानों से आह्वान किया कि वे पराली जलाने से पूरी तरह बचें और इसे पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपने नैतिक दायित्व के रूप में लें। उन्होंने कहा कि पराली जलाना न केवल पर्यावरण को हानि पहुंचाता है बल्कि मिट्टी की उर्वरता भी घटाता है।
उन्होंने किसानों से अपील की कि वे सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई पराली प्रबंधन मशीनों एवं योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाकर स्वच्छ पर्यावरण के निर्माण में सहयोग करें। बैठक में पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह, एसडीएम सत्यवान मान, डीआरओ राजकुमार, डीडीपीओ संदीप भारद्वाज, उप निदेशक कृषि डॉ. गिरीश नागपाल, एसईई निर्मल कश्यप, एएई विजय कुंडू सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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