• पाकिस्तान को दोषी और आत्मघाती बताया

Japanese Strategic Expert On Operation Sindoor, (आज समाज), टोक्यो: जापानी रणनीतिक विशेषज्ञ ने पहलगाम हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा चलाए गए ‘आपरेशन सिंदूर’ की तारीफ की है। हडसन इंस्टीट्यूट में फेलो (गैर-निवासी) जापानी रणनीतिक विशेषज्ञ सतोरू नागाओ (Satoru Nagao) ने आपरेशन सिंदूर को राज्य प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ एक जिम्मेदार और उचित प्रतिक्रिया बताया है। उन्होंने आतंकवाद का समर्थन करने के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया और इसे आत्मघाती कहा क्योंकि कोई भी आतंकियों को नियंत्रित नहीं कर सकता।

पाकिस्तान का आतंकवाद को पनाह देने का लंबा इतिहास

सतोरू नागाओ ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले को भयानक बताया। गौरतलब है कि आतंकियों ने इस हमले में 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी और कई को जख्मी कर दिया है। जापानी विशेषज्ञ ने इस बात पर जोर दिया कि भारत आतंकवाद से पीड़ित है और पाकिस्तान इस आतंकवाद का समर्थन करता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस्लामाबाद द्वारा आतंकवाद का समर्थन करने का एक लंबा इतिहास रहा है।

पाकिस्तान को बताने की जरूरत, आतंकियों पर नकेल जरूरी

सतोरू नागाओ ने कहा, पहलगाम हमला भयानक था, क्योंकि जापानियों को भी यह देखने का मौका मिला कि क्या हुआ था। एक तस्वीर में, हम एक तस्वीर देखते हैं जिसमें (एक महिला) अपने पति के बगल में है। बेशक हम भावनात्मक रूप से भावुक हो गए। लेकिन साथ ही, हम और अधिक जानना चाहते हैं क्योंकि लंबे समय से भारत इस आतंकवाद से पीड़ित है और हमें पाकिस्तान को यह बताने की जरूरत है कि उन्हें ऐसे आतंकवादियों पर नकेल कसनी चाहिए, न कि आतंकवादियों का समर्थन करना चाहिए। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण संदेश है।

निश्चित रूप से, मैं भारत का दृढ़ता से समर्थन करता हूं

सतोरू नागाओ ने कहा, एक-एक करके, कदम दर कदम, जापानियों को समझ में आ गया है कि भारत को इस आतंकवाद से निपटने की जरूरत क्यों है और पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद क्या है। इसलिए, यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है। लेकिन साथ ही, हमें भारतीय आवाज की और भी जरूरत है। मैं व्यक्तिगत रूप से, निश्चित रूप से, भारत का दृढ़ता से समर्थन करता हंू। शायद पाकिस्तान को नहीं लगता कि आतंकवाद का समर्थन करना गलत बात हैै। हमें यह बताने की जरूरत है कि यह एक गलत बात है और वास्तव में, यह पाकिस्तान के लिए भी आत्महत्या है, क्योंकि आतंकवादियों पर वास्तव में कोई नियंत्रण नहीं कर सकता।

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