J-K Lt Governor Sacks Three Govt Staffers, (आज समाज), श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिजबुल मजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा और हिज्ब-उल-मुजाहिदीन से कथित संबंधों के आरोप में तीन सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। अधिकारियों ने सुरक्षा चिंताओं को कारण बताया।

तीनों फिलहाल जेल में बंद

आरोपियों में पुलिस कांस्टेबल मलिक इश्फाक नसीर, एक स्कूल शिक्षक एजाज हमद  और श्रीनगर स्थितएक सरकारी मेडिकल कॉलेज के जूनियर सहायक वसीम अहमद खान शामिल हैं।  तीनों फिलहाल जेल में बंद हैं। राज्यपाल ने संविधान के अनुच्छेद 311(2)(सी) के तहत तीनों कर्मियों को बर्खास्त किया। अनुच्छेद 311(2)(सी) के तहत राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में बिना जांच किसी कर्मी को बर्खास्त किया जा सकता है।

75 से अधिक कर्मचारियों को बर्खास्त कर चुका है प्रशासन

अधिकारियों ने बताया कि एलजी प्रशासन (LG Administration) अब तक आतंकी संबंधों वाले 75 से अधिक सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त कर चुका है। सामान्य प्रशासन विभाग के माध्यम से जारी किए गए उपराज्यपाल के आदेशों में कहा गया है कि एलजी इस बात से संतुष्ट हैं कि व्यक्तियों की गतिविधियों के कारण उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए और राज्य की सुरक्षा के हित में जांच करना उचित नहीं होगा।

पुलिस में सेवारत रहते लश्कर का समर्थन करना जारी रखा

2007 में पुलिस बल में शामिल हुए कांस्टेबल मलिक इश्फाक नसीर 2021 में हथियार तस्करी के एक मामले की जांच के दौरान जांच के घेरे में आए। अधिकारियों ने कहा कि उनका भाई मलिक आसिफ पाकिस्तान में प्रशिक्षित लश्कर का आतंकवादी था, जो 2018 में मारा गया था। नसीर ने कथित तौर पर पुलिस में सेवा करते हुए लश्कर का समर्थन करना जारी रखा।

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