S Jaishankar Talks South Korean Counterpart, (आज समाज), नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष चो ताए-युल के साथ फोन पर बातचीत करके सभी रूपों व अभिव्यक्तियों में आतंकवाद से निपटने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के मद्देनजर दक्षिण कोरिया के समर्थन व एकजुटता के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।
समर्थन और एकजुटता के लिए धन्यवाद दिया
जयशंकर ने एक्स पर लिखा, आज सुबह दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ताए-युल से बात की। पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर चो ताए-युल के समर्थन और एकजुटता के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। विदेश मंत्री ने बताया कि उन्होंने सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद से निपटने की आवश्यकता पर जोर दिया।
पहलगाम : आतंकियों ने कर दी है 26 लोगों की हत्या
पहलगाम के बैसरन घास के मैदान में आतंकियों ने 22 अप्रैल 26 लोगों की हत्या कर दी थी और कई अन्य हमले में घायल हो गए। हमले के बाद, भारत ने सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ कड़े जवाबी कदम उठाए हैं। हमले के अगले दिन 23 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी आन सिक्योरिटी (सीसीएस) की बैठक में , भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को तब तक स्थगित रखने का फैसला किया जब तक कि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को अपना समर्थन विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से बंद नहीं कर देता और एकीकृत अटारी चेक पोस्ट को बंद नहीं कर देता।
पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी अवांछित घोषित
भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारियों को अवांछित घोषित कर दिया है और उन्हें एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया है। इसके अतिरिक्त, केंद्र सरकार ने SAARC वीजा छूट योजना (SAVES) के तहत जारी किए गए सभी वीजा को रद्द करने का फैसला किया और पाकिस्तानी अधिकारियों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया। भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। विदेश मंत्रालय द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारत द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी मौजूदा वैध वीजा 27 अप्रैल, 2025 से रद्द हो जाएंगे।
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