Jaishankar Security Enhanced, (आज समाज), नई दिल्ली: पाकिस्तान से तनाव के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। शीर्ष सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार ने उनके काफिले में एक अतिरिक्त बुलेटप्रूफ वाहन जोड़ दिया है। बता दें कि वर्तमान में जयशंकर को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से ‘जेड’ श्रेणी की सशस्त्र सुरक्षा प्राप्त है। अब देश भर में उनकी गतिविधियों के लिए एक उन्नत सुरक्षा (बुलेटप्रूफ) वाहन मिलेगा।
केंद्र ने हालिया खतरे के आकलन के बाद लिया निर्णय
सीआरपीएफ की सलाह पर केंद्र सरकार ने 69 वर्षीय जयंशकर की सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय भारत-पाकिस्तान तनाव से जुड़े एक हालिया खतरे के आकलन के बाद लिया। खतरे में सुरक्षा बढ़ाने की आवश्यकता का संकेत दिया गया था।
विशेष रूप से, पिछले साल अक्टूबर में जयशंकर की सुरक्षा का स्तर ‘वाई’ से बढ़ाकर ‘जेड’ श्रेणी कर दिया गया था और सीआरपीएफ ने दिल्ली पुलिस से उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी अपने हाथ में ली थी।
वर्तमान में 24 घंटे जेड-श्रेणी की सुरक्षा
वर्तमान में विदेश मंत्री को सीआरपीएफ कर्मियों की एक सशस्त्र टीम द्वारा चौबीसों घंटे जेड-श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की जा रही है, जिसमें देश भर में उनके आवागमन और प्रवास के दौरान एक दर्जन से अधिक सशस्त्र कमांडो शामिल हैं।
सीआरपीएफ 210 से अधिक लोगों को प्रदान कर रही वीआईपी सुरक्षा
सीआरपीएफ वर्तमान में 210 से अधिक सुरक्षा प्राप्त लोगों को वीआईपी सुरक्षा प्रदान कर रही है, जिनमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी, दलाई लामा और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा शामिल हैं। विदेश मंत्री की सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की निर्णायक सैन्य प्रतिक्रिया के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बाद लिया गया।
भारतीय सशस्त्र बलोंं ने मार गिराए हैं 100 से अधिक आतंकी
भारतीय सशस्त्र बलोंं द्वारा 7 मई को शुरू किए गए आॅपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया, जिसके परिणामस्वरूप जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
पाकिस्तान से सीजफायर तोड़ा, कई जगह ड्रोन हमलों की कोशिशें
सशस्त्र बलों के हमले के बाद, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा और जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से गोलाबारी के साथ-साथ सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन हमलों का प्रयास किया, जिसके बाद भारत ने एक समन्वित हमला किया और पाकिस्तान के 11 एयरबेसों में रडार बुनियादी ढांचे, संचार केंद्रों और हवाई क्षेत्रों को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद, 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता समाप्त करने की सहमति की घोषणा की गई।
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