• चोरी-छिपे परमाणु बम बना रहा था ईरान : इजरायल
  • इजरायल को उसके किए की सजा जरूर मिलेगी : ईरान

Israel ‘Operation Rising Lion’, (आज समाज), तेल अवीव: इजरायल ने ईरान के परमाणु खतरे को देखते हुए उस पर हमला कर दिया है। बताया जा रहा है कि इजरायल ने  ईरान के 6 एटमी-सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है।  प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार ईरान के सेना प्रमुख भी हमलों में मारे गए हैं। इजरायल का आरोप कि ईरान चोरी-छिपे परमाणु बम बना रहा था और इसी खतरे के मद्देनजर राजधानी तेहरान स्थित उसके बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के ‘केंद्र’ को निशाना बनाया गया है। उधर ईरान ने कहा है कि इजरायल को उसके किए की सजा मिलेगी।

परमाणु और सैन्य स्थलों पर हमले किए : इजरायल

रिपोर्ट्स के अनुसार इजरायल के ईरान के खिलाफ आपरेशन को ‘राइजिंग लायन’ (Rising Lion) नाम दिया गया। इजरायल ने घोषणा की कि उसने ईरानी परमाणु और सैन्य स्थलों पर हमले किए हैं। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल ने ईरान के खिलाफ ‘लक्षित सैन्य अभियान’ (Targeted Military Operation) शुरू किया है, जो तेहरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के ‘केंद्र’ पर हमला है। उन्होंने कहा कि यह हमला इजरायल के अस्तित्व के लिए खतरे को कम करने के लिए किया गया था।

खतरे को दूर करने तक जारी रहेगा आपरेशन : नेत्न्याहू

बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने ऑपरेशन राइजिंग लॉयन के तुरंत बाद एक संबोधन में कहा, यह आपरेशन उतने दिन तक जारी रहेगा, जितना समय इस खतरे को दूर करने में लगेगा। इजरायली पीएम ने कहा, हमने ईरान के परमाणु संवर्धन कार्यक्रम के केंद्र पर हमला किया। हमने नतांज में ईरान की मुख्य संवर्धन सुविधा को निशाना बनाया। हमने ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के केंद्र पर भी हमला किया।

ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों को भी निशाना बनाया

बेंजामिन नेतन्याहू ने यह भी कहा कि इजराइल ने ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों को भी निशाना बनाया है जो ईरानी बम पर काम कर रहे थे। उन्होंने कहा, दशकों से, ईरान की राजधानी तेहरान में अत्याचारी खुले तौर पर और बेशर्मी से इजराइल के विनाश का आह्वान करते रहे हैं।

इजरायली प्रधानमंत्री ने किया यह दावा

इजरायली प्रधानमंत्री ने दावा किया कि ईरान ने नौ परमाणु बमों के लिए पर्याप्त उच्च संवर्धित यूरेनियम का उत्पादन किया है और वह बहुत कम समय में एक परमाणु हथियार का निर्माण कर सकता है। उन्होंने कहा,  ईरान ने ऐसे कदम उठाए हैं जो उसने पहले कभी नहीं उठाए थे – उस संवर्धित यूरेनियम को हथियार बनाने की दिशा में कदम। अगर रोका नहीं गया, तो ईरान बहुत कम समय में एक परमाणु हथियार का उत्पादन कर सकता है। यह एक साल के भीतर हो सकता है। यह कुछ महीनों के भीतर भी हो सकता है। नेतन्याहू ने कहा, यह इजरायल के अस्तित्व के लिए एक स्पष्ट और मौजूदा खतरा है।

ईरान ने की थी यह घोषणा

इजराइल का हमला ईरान द्वारा यह घोषणा करने के कुछ घंटों बाद हुआ है कि उसने तीसरा परमाणु संवर्धन केंद्र बनाया है और उसे सक्रिय करने की योजना बना रहा है। इससे संयुक्त राष्ट्र के साथ तनाव बढ़ गया है। ठीक उसी समय जब संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निगरानी संस्था ने परमाणु हथियारों के विकास को रोकने के उद्देश्य से अप्रसार प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में विफल रहने के लिए देश की निंदा की थी।

यह भी पढ़ें :Israel-Hamas War: इजराइल के नए सैन्य अभियान के ऐलान के बाद हमास ने दुनिया से मांगी मदद