ट्रंप ने मांगा कंपनी सीईओ का इस्तीफा
Business News Today (आज समाज), बिजनेस डेस्क : बीते कल यानी सात अगस्त से अमेरिका ने भारतीय आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की शुरुआत कर दी। वहीं इसी माह के अंतिम सप्ताह में टैरिफ की यह दरें 50 प्रतिशत हो जाएंगी। अमेरिकी राष्टÑपति के इस फैसले से जहां भारतीय कंपनियां दुविधा में हैं और अन्य बाजारों की तलाश में जुट गई हैं। वहीं अमेरिका की बहुत सारी ऐसी कंपनियां है जो इस फैसले के बाद संकट का सामना कर रहीं हैं।
पहले दिन ही इंटेल का शेयर डूबा
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में इंटेल के सीईओ के इस्तीफे की मांग के बाद गुरुवार को कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट आई। कैलिफोर्निया की इस कंपनी के शेयरों में 3% की गिरावट आई, जबकि बाजारों, खासकर तकनीक-प्रधान नैस्डैक में तेजी आई। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, ‘इंटेल के सीईओ बहुत उलझन में हैं। उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। इस समस्या का कोई और समाधान नहीं है। इस समस्या पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद!’
इंटेल सीईओ ने ट्रंप को लिखा था पत्र
ट्रंप ने यह पोस्ट तब किया, जब सीनेटर टॉम कॉटन ने इंटेल के चेयरमैन फ्रैंक येरी को एक पत्र भेजा, जिसमें सीईओ लिप-बू टैन के उन सेमीकंडक्टर कंपनियों में निवेश और संबंधों पर चिंता व्यक्त की गई थी, जो कथित तौर पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी से जुड़ी हैं। उन्होंने बोर्ड से पूछा कि क्या टैन ने हितों के टकराव को खत्म करने के लिए इन कंपनियों में अपने हित बेच दिए हैं। कॉटन ने पत्र में कैडेंस डिजाइन सिस्टम्स के टैन के हालिया नेतृत्व की विशेष रूप से आलोचना की। इस टेक कंपनी ने जुलाई में अमेरिकी निर्यात नियंत्रणों का उल्लंघन करते हुए चीन के राष्ट्रीय रक्षा प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को अपने उत्पाद बेचने की बात स्वीकार की थी।