आरबीआई ने शुक्रवार को जारी किए आधिकारिक आंकड़े, अमेरिकी टैरिफ की घोषणा के बाद भी हुई वृद्धि
Business News (आज समाज), बिजनेस डेस्क : अमेरिका द्वारा भारत के खिलाफ नई टैरिफ दरें लागू करने के बाद भी भारतीय अर्थव्यवस्था पर विदेशी निवेशकों का विश्वास कायम है। ज्ञात रहे कि अमेरिकी राष्टÑपति ने गत दिवस भारतीय अर्थव्यवस्था को डेड घोषित कर दिया था। बावजूद इसके भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 2.703 अरब डॉलर बढ़कर 698.192 अरब डॉलर हो गया।
पिछले रिपोर्टिंग सप्ताह में समग्र भंडार 1.183 अरब डॉलर घटकर 695.489 अरब डॉलर रह गया था। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा भंडार का एक प्रमुख घटक विदेशी मुद्रा आस्तियां 1.316 अरब डॉलर बढ़कर 588.926 अरब डॉलर हो गईं। विदेशी मुद्रा आस्तियों में डॉलर के मुकाबले यूरो, पाउंड और येन जैसी अन्य मुद्राओं के उतार-चढ़ाव का भी असर शामिल होता है।
आरबीआई ने बताया कि इस सप्ताह के दौरान सोने का भंडार 1.206 अरब डॉलर बढ़कर 85.704 अरब डॉलर हो गया। केंद्रीय बैंक ने कहा कि स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (एसडीआर) 126 मिलियन डॉलर बढ़कर 18.809 अरब डॉलर हो गया। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में भारत की आरक्षित स्थिति भी 55 मिलियन डॉलर बढ़कर 4.753 अरब डॉलर हो गई।
पिछले सप्ताह 1.183 अरब डॉलर की आई गिरावट
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 18 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान 1.183 अरब डॉलर घटकर 695.489 अरब डॉलर रह गया। भारतीय रिजर्व बैंक शुक्रवार को यह जानकारी दी है। इससे पहले के सप्ताह में सप्ताह में, कुल भंडार 3.064 अरब अमेरिकी डॉलर घटकर 696.672 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया था। सितंबर 2024 के अंत में भंडार 704.885 अरब अमेरिकी डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर को छू गया था। आरबीआई द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 18 जुलाई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का एक प्रमुख घटक विदेशी मुद्रा आस्तियां 1.201 अरब डॉलर घटकर 587.609 अरब डॉलर रह गईं।