पिछले साल सितंबर के अंत में उच्चतम स्तर पर पहुंचा था विदेशी मुद्रा भंडार
Business News Hindi (आज समाज), बिजनेस डेस्क : वैश्विक उथल-पुथल और अमेरिका-चीन के बीच टैरिफ वार की संभावनाओं के बावजूद भारत के प्रति विदेशी निवेशकों का विश्वास लगातार सुदृढ़ होता जा रहा है। यही कारण है कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार बढ़ रहा है। आरबीआई द्वारा जारी किए गए आंकड़ों की बात करें तो इसमें लगातार आठवें सप्ताह भी तेजी का दौर जारी रहा। 25 अप्रैल को समाप्त सप्ताह के दौरान 1.983 अरब अमेरिकी डॉलर की वृद्धि के साथ लगभग 688.129 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया। पिछले सप्ताह की बात करें तो यह बढ़कर 8.31 अरब अमेरिकी डॉलर की बढ़त के साथ 686.145 अरब अमेरिकी डॉलर पर पहुंचा था।
अभी तक 704.885 अरब डॉलर है उच्चतम स्तर
पिछले साल सितंबर के अंत में यह भंडार 704.885 अरब अमेरिकी डॉलर के साथ सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया था। आंकड़ों के अनुसार 25 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा संपत्ति, जो भंडार का बड़ा हिस्सा है। यह लगभग 2.168 अरब डॉलर बढ़कर 580.633 अरब डॉलर हो गई। विदेशी भंडार में रखे जाने वाले अमेरिकी इकाइयों जैसे यूरो, पाउंड और येन जैसी मुद्राओं के मूल्य में बदलाव का असर भी शामिल है।
स्वर्ण भंडार में भी हुई वृद्धि
देश का स्वर्ण भंडार इस हफ्ते 207 अरब डॉलर बढ़कर 84.365 अरब डॉलर रहा। शीर्ष बैंक ने कहा कि आईएमएफ में भारत का विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 21 मिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर 18.589 अरब अमेरिकी डॉलर पहुंच गया। शीर्ष बैंक के आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में आईएमएफ के पास भारत की आरक्षित स्थिति भी 20 लाख डॉलर बढ़कर 4.512 अरब अमेरिकी डॉलर हो गई।
विदेशी मुद्रा भंडार के साथ ही देश का अन्न भंडार भी लबालब
केंद्र सरकार ने रबी विपणन सीजन 2025-26 के दौरान केंद्रीय पूल में अब तक 256.31 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की है। यह पिछले साल के 205.41 लाख मीट्रिक टन से 24.78 फीसदी ज्यादा है। इस समय जिन प्रमुख राज्यों से खरीद हो रही है, उनमें उत्तर प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा हैं। उत्तर प्रदेश में पिछले साल की तुलना में इस साल अधिक गेहूं खरीद हो रही है। इसमें अभी तक 7.55 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई है, जो पिछली बार के 5.88 लाख मीट्रिक टन से कहीं ज्यादा है। पंजाब से 103.89 लाख मीट्रिक टन, मध्य प्रदेश से 67.57 एलएमटी, हरियाणा से 65.67 एलएमटी की खरीद हो चुकी है। राजस्थान से 11.44 एलएमटी की खरीद हुई है।