2025 के पहले तीन माह में चीन ने 5.4 प्रतिशत तो भारत ने 7.4 प्रतिशत की दर से किया विकास

India GDP Growth Rate (आज समाज), बिजनेस डेस्क : भारत इस समय विश्व की सबसे ज्यादा तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक बना हुआ है। हालांकि कई विश्व स्तरीय एजेंसियों ने भारत की विकास दर पिछले साल से कम होने का अनुमान जताया है लेकिन भी यदि भारत और चीन की बात करें तो भारत की अर्थव्यवस्था चीन से ज्यादा तेजी से विकास कर रही है। ताजा आंकड़ों की बात करें तो भारत की आर्थिक वृद्धि दर मार्च तिमाही में 7.4 प्रतिशत रही। जबकि चीन ने 2025 के पहले तीन महीनों (जनवरी-मार्च 2025) में 5.4 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर्ज करने की जानकारी दी है।

330.68 लाख करोड़ रुपए की है भारत की अर्थव्यवस्था

सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार बढ़कर 330.68 लाख करोड़ रुपये या लगभग 3.9 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। इससे अगले कुछ वर्षों में इसके 5 ट्रिलियन डॉलर का लक्ष्य हासिल करने का आधार तैयार हो गया। छले वित्त वर्ष 2023-24 में अर्थव्यवस्था 9.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी। दूसरी ओर, चीन ने 2025 के पहले तीन महीनों में 5.4 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर्ज की है।

692.721 अरब डॉलर हुआ भारत का विदेशी मुद्रा भंडार

बीते सप्ताह भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार में शानदार वृद्धि दर्ज की गई। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी की गई ताजा रिपोर्ट के आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं। इस रिपोर्ट के अनसार 23 मई को समाप्त सप्ताह के दौरान भारत के विदेशी मुद्रा भंरार में 6.992 अरब डॉलर की वृद्धि हुई और यह अपने पहले के स्तर से बढ़कर 692.721 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इससे पहले 16 मई को समाप्त हफ्ते के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार 4.888 अरब डॉलर घटकर 685.729 अरब डॉलर रह गया था। आर्थिक विशेषज्ञों का कहना था कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के कारण उस सप्ताह के दौरान कुछ कमी आई थी। इससे पहले, सितंबर 2024 के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार 704.885 बिलियन अमरीकी डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर को छू गया था।

विदेशी निवेश से मालामाल भारतीय शेयर बाजार

वैश्विक उठापटक और पाकिस्तान के साथ तनाव के बावजूद भारतीय शेयर बाजार विदेशी निवेशकों की पसंद बना हुआ है। यही कारण है कि मई में भारतीय शेयर बाजार में रिकॉर्डतोड़ निवेश किया। इस महीने में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने 19,860 करोड़ का शुद्ध निवेश किया है। यह इस साल अब तक का सबसे ऊंचा मासिक निवेश रहा। 26 मई से 30 मई के बीच के सप्ताह में विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजारों में 6,024.77 करोड़ रुपये डाले।

ये भी पढ़ें : Business News Hindi : विदेशी निवेश से मालामाल भारतीय शेयर बाजार