जेमिमा रॉड्रिग्ज और हरमनप्रीत कौर ने छीनी गत चैंपियन के मुंह से जीत
Women World Cup Final 2025 (आज समाज), खेल डेस्क : भारतीय महिलाओं ने शानदार खेल का परिचय देते हुए गत विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को करारी हार देखने को मजबूर कर दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए जब ऑस्ट्रेलिया टीम ने 338 रन बनाए थे तो शायद उन्होंने भी नहीं सोचा होगा की टीम इंडिय इतनी आसानी से जीत हासिल कर लेगी।
भारतीय महिलाओं ने शानदार खेल दिखाते हुए ऑस्ट्रेलिया को हराकर महिला विश्व कप के फाइनल में प्रवेश कर लिया। जहां उनका मुकाबला दक्षिण अफ्रीका की टीम से होगा। यह तीसरा मौका है जब टीम इंडिया फाइनल में पहुंची है लेकिन अभी तक उसने विश्व कप का खिताब नहीं जीता है। इससे पहले टीम इससे पहले 2005 और 2017 में भी खिताबी मैच में पहुंची थी।
जेमिमा रॉड्रिग्ज और हरमनप्रीत ने दिखाई जीत की राह
339 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। जल्द ही भारत ने दोनों सलामी बैटर खो दिए। लेकिन इसके बाद भारत ने जेमिमा रॉड्रिग्ज और हरमनप्रीत कौर की शानदार साझेदारी के दम पर ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 49.5 ओवर 338 रन बनाए थे। जवाब में भारत के लिए जेमिमा ने शतक लगाया और कप्तान हरमनप्रीत के साथ तीसरे विकेट के लिए 167 रनों की साझेदारी की जिससे भारत ने 48.3 ओवर में पांच विकेट पर 341 रन बनाकर मैच अपने नाम किया।
भारत तीसरी बार फाइनल में पहुंचा
भारतीय टीम तीसरी बार वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंची है। इससे पहले 2005 और 2017 में भी खिताबी मैच में पहुंची थी। भारत ने अब तक कभी विश्व कप की ट्रॉफी नहीं जीती है और अब उसके पास खिताबी सूखा समाप्त करने का अच्छा मौका है। भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया को रोकना आसान नहीं था, लेकिन जेमिमा और हरमनप्रीत ने इसे मुमकिन बनाया। ऑस्ट्रेलिया ने ग्रुप चरण में भारत को मात दी थी, लेकिन भारत ने उसे सेमीफाइनल में हराकर टूनार्मेंट से बाहर का रास्ता दिखाया।
तीसरे विकेट के लिए रिकॉर्ड साझेदारी
हरमनप्रीत और जेमिमा की जोड़ी ने 2017 के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हरमनप्रीत और दीप्ति शर्मा के बीच हुई 137 रनों की साझेदारी के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा। हरमनप्रीत और जेमिमा के बीच तीसरे विकेट के लिए 167 रनों की साझेदारी हुई जिसे एनाबल सदरलैंड ने कप्तान हरमनप्रीत को आउट कर तोड़ा। हरमनप्रीत शतक लगाने के करीब थीं, लेकिन सदरलैंड की गेंद पर गार्डनर को कैच थमा बैठीं। हरमनप्रीत 88 गेंदों पर 10 चौकों और दो छक्कों की मदद से 89 रन बनाकर आउट हुईं।