बीती तिमाही के तहत 2217.57 मिलियन अमेरिकी डॉलर सिंगापुर बाजार में डाले

Business News Hindi (आज समाज), बिजनेस डेस्क : एक तरफ जहां पिछले कुछ समय से एशिया में निवेशकों के लिए भारतीय शेयर बाजार सबसे ज्यादा आकर्षित बना हुआ है। वहीं हैरानी की बात है कि भारतीय निवेशकों के लिए सिंगापुर का शेयर बाजार सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

यह बात इससे स्पष्ट होती है कि अप्रैल-जून 2025 तिमाही के दौरान भारत से सबसे अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश सिंगापुर को मिला। इस अवधि में सिंगापुर को भारत से कुल 2,217.57 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश प्राप्त हुआ। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों से यह जानकारी मिली। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) एक देश की कंपनी या व्यक्ति द्वारा दूसरे देश में स्थित व्यावसायिक हितों में किया गया निवेश है।

भारतीय निवेशकों के लिए सबसे पंसदीदा बाजार

आंकड़ों के अनुसार शीर्ष पांच विदेशी एफडीआई गंतव्यों में मॉरिशस, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात और ब्रिटेन शामिल है। भारतीय कंपनियों और निवेशकों ने इन चार देशों में संचयी रूप से (इक्विटी और ऋण संयुक्त रूप से) मॉरिशस में 1,007.48 मिलियन डॉलर, अमेरिका में 1,004.35 मिलियन डॉलर, संयुक्त अरब अमीरात 450.47 मिलियन डॉलर और ब्रिटेन में 337.99 मिलियन डॉलर का निवेश किया। अन्य प्रमुख गंतव्य जहां भारतीयों ने तिमाही के दौरान विदेशी प्रत्यक्ष निवेश किया, इनमें जर्मनी, आईएफएससी गिफ्ट सिटी, नीदरलैंड और ओमान शामिल थे।

भारतीय शेयर बाजार में इतना निवेश आया

आरबीआई के अनुसार भारत एफडीआई प्रवाह में वैश्विक स्तर पर 16वें स्थान पर है। इसमें कहा गया है कि अप्रैल 2025 में सकल आवक एफडीआई 8.8 अरब डॉलर थी, जो मार्च 2025 में 5.9 अरब डॉलर और अप्रैल 2024 में 7.2 अरब डॉलर की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि है।

भारत के विदेशी मुद्रा बाजार में गिरावट

आरबीआई द्वारा जारी की गई ताजा रिपोर्ट की बात करें तो भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 3.049 अरब डॉलर घटकर 699.736 अरब डॉलर रह गया। पिछले रिपोर्टिंग सप्ताह में, कुल मुद्रा भंडार 4.849 अरब अमेरिकी डॉलर बढ़कर 702.784 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया था। आपको बता दें कि विदेशी मुद्रा भंडार ने सितंबर 2024 के अंत में 704.885 अरब अमेरिकी डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर को छूया था।